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हरियाणा में कांग्रेस की हार पर ऐसे हमलावर हुआ इंडिया गठबंधन, शिवसेना ने दी कड़ी नसीहत, AAP बोली-कांग्रेस ओवर कॉन्फिडेंस में, दिल्ली में अकेले लड़ेंगे चुनाव

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नई दिल्ली। हरियाणा के जनादेश ने देश को फिर चौंकाया है। 2014 में 47 सीटें जीतने वाली भाजपा ने इस बार इस आंकड़े को भी पार कर लिया है। भाजपा ने 48 सीटों पर प्रंचड जीत की है। वहीं कांग्रेस को 37 सीटों पर संतोष करना पड़ा है। जबकि ऐसा लग रहा था कि इस बार कांग्रेस हरियाणा में सरकार बना लेगी। लगभग सभी एग्जिट पोल्स में यही दिखाया भी गया था, लेकिन नजीते आने के बाद कांग्रेस भाजपा से यह बाजी हार गई। हरियाणा में भाजपा की विजय पर इंडिया ब्लॉक के दलों ने कांग्रेस को अपने निशाने पर लिया है। दलों ने तो यहां तक कह दिया है कि जीत को हार में बदलना कांग्रेस को ही आता है। यहीं आम आदमी पार्टी यह भी ऐलान कर दिया है कांग्रेस में ओवर कॉन्फिेंडस में है, हम दिल्ली में अकेले ही विधानसभा चुनाव लड़ेंगे।

शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना में भी कांग्रेस पर निशाना साधा है। सामना के संपादकीय में शिवसेना ने कांग्रेस को नसीहत देते हुए कहा कि महाराष्ट्र कांग्रेस को हरियाणा के नतीजों से सीख लेने की जरूरत है। शिवसेना ने बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस को पता है कि जीत को हार में कैसे बदलना है। शिवसेना ने कहा कि हरियाणा की हार कांग्रेस के ओवर कॉन्फिडेंस और राज्य नेतृत्व के अहंकार का नतीजा है। हुड्डा ने नॉन जाट वोटर्स को साथ नहीं लिया, जिसका खामियाजा भुगतना पड़ा।वहीं आप नेता और दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने भी कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि हरियाणा की जनता भाजपा को हराना चाहती थी, लेकिन कांग्रेस में कमी रह गई। कांग्रेस की रणनीति में कमी रही। एकजुटता की कमी रही। कांग्रेस को आत्ममंथन करने की जरूरत है।

सीपीआई ने भी साधा निशाना
सीपीआई नेता डी राजा ने कहा, ‘इंडिया गठबंधन ने एकसाथ चुनाव नहीं लड़ा, जिसका बीजेपी को फायदा हुआ। इंडिया गठबंधन दलों को सोचने की जरूरत है कि ऐसा क्यों हुआ। अगर साथ रहते तो बीजेपी की सरकार नहीं बनती। कांग्रेस को गंभीरता से विचार की जरूरत है।’

सुप्रिया सुले ने क्या कहा
महाविकास अघाड़ी दल का हिस्सा और एनसीपी की सांसद सुप्रिया सुले ने कहा कि ऐसा लग रहा था कि कांग्रेस का परफार्मेंस अच्छा होगा लेकिन वैसा नहीं हुआ तो अब कांग्रेस से बात करेंगे। उनसे जानने की कोशिश करेंगे कि आखिर क्या गलतियां हुई ताकि फिर से वो गलतियां नहीं करें। बता दें कि इससे पहले शिवसेना सांसद प्रियंका चतुवेर्दी और अरविंद केजरीवाल ने भी कांग्रेस पर निशाना साधा था।

आप इसलिए कांग्रेस को ले रही अपने निशाने पर
हरियाणा के नतीजों को देखते हुये ही अब आम आदमी पार्टी सहित कई विपक्षी दल कांग्रेस पर निशाना साध रहे हैं। हाल ही में हरियाणा के नतीजों पर संजय राऊत का भी बयान आया था। उन्होंने कहा था कि हरियाणा में कांग्रेस ओवर कॉन्फिडेंट हो गई थी। कांग्रेस को गठबंधन साझेदारों को शामिल करना चाहिए था। बीजेपी ने बेहतरीन चुनाव लड़ा और हारी हुई बाजी जीत ली। कश्मीर में इसलिए जीते क्योंकि वहां इंडिया गठबंधन ने मिलकर चुनाव लड़ा। हरियाणा हारे क्योंकि कांग्रेस को लगता था कि हमें कोई नहीं चाहिए, हम तो खुद ही ताकतवर हैं और जीत जाएंगे।

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