चंडीगढ़। हरियाधा विधानसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है। 5 अक्टूबर को मतदान होगा और 8 अक्टूबर को नतीजे आएंगे। इससे पहले राज्य का सियासी पारा हाई हो गया है। पक्ष-विपक्ष दोनों ही दल एक-दूसरे को झटका देने की कोशिशों में लगे हुए हैं। इसी कड़ी में सत्तारूढ़ दल भाजपा को एक और बड़ा झटका लग गया है। हरियाणा के फतेहाबाद के रतिया से बीजेपी विधायक लक्ष्मण नापा ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। सूत्रों की मानें तो नापा ने टिकट ने मिलने की वजह से पार्टी को अलविदा कहा है। बता दें कि बुधवार को भाजपा ने हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए प्रत्याशियों की पहली सूची जारी की थी। नापा की सीट रतिया सुनीता मुदगल को मैदान में उतारा है। यही वजह रही कि नापा ने पार्टी से नाता तोड़ लिया।
इससे पहले बीजेपी के एक और वरिष्ठ नेता शमशेर गिल ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता छोड़ दी थी और सभी दायित्वों से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने उकलाना विधानसभा क्षेत्र से पार्टी टिकट के गलत आवंटन के विरोध में यह कदम उठाया था। गिल का कहना है कि इस टिकट आवंटन से न केवल पार्टी को उकलाना बल्कि पूरे हरियाणा में भारी नुकसान उठाना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी अब अटल बिहारी वाजपेयी के सिद्धांतों वाली पार्टी नहीं रही। गिल ने अपने इस्तीफा देते हुए कहा कि मैं भाजपा की प्राथमिक सदस्यता और सभी दायित्वों से इस्तीफा दे रहा हूं। उकलाना विधानसभा क्षेत्र से टिकट का गलत आवंटन न केवल इस क्षेत्र, बल्कि पूरे हरियाणा में पार्टी को बड़ा नुकसान पहुंचाएगा।” उन्होंने इस फैसले को लेकर पार्टी नेतृत्व पर गंभीर सवाल उठाए और कहा कि टिकट का यह फैसला पूरी तरह से अनुचित है।
शमशेर गिल, जो कई वर्षों से भाजपा से जुड़े रहे हैं और पार्टी के महत्वपूर्ण नेता माने जाते थे, ने कहा कि यह भाजपा अब अटल बिहारी वाजपेयी के सिद्धांतों पर नहीं चल रही है। उन्होंने कहा, “भाजपा अब उन आदर्शों और मूल्यों से भटक गई है जिन पर यह पार्टी अटल बिहारी वाजपेयी और लाल कृष्ण आडवाणी के नेतृत्व में खड़ी हुई थी। आज की पार्टी में व्यक्तिगत स्वार्थ और गलत निर्णय हावी हो गए हैं।”