भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र का सोमवार से आगाज हो गया है जो 20 दिसंबर तक चलेगा। सत्र के पहले दिन विपक्ष ने सत्ता पक्ष को घेरने के लिए भोपाल में बड़ा प्रदर्शन किया। यही नहीं, विधानसभा का घेराव करने के लिए बड़ी संख्या में कांग्रेस के दिग्गज नेता और कार्यकर्ता जवाहर चौक में एकत्रित हुए। हालांकि कांग्रेस की रणनीति कामयाब नहीं हुई। भारी संख्या में तैनात पुलिस ने सभी को विधानसभा पहुंचने से पहले ही रोक दिया।
विधानसभा पहुंचने के बाद कुछ देर बाद कांग्रेस विधायकों ने गांधी प्रतिमा के सामने खाद के डेमो बोरे लेकर प्रदर्शन किया। बता दें कि कांग्रेस ने पहले ही आज विधानसभा घेराव का ऐलान किया था। खास बात यह रही कि विधानसभा का बिना घेराव किए ही कांग्रेस नेताओं ने मंच से अपनी गिरफ्तारी दे दी और यहीं से सभी कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं को रिहा कर दिया गया। इसी के साथ प्रदर्शन भी खत्म हो गया। बिना विधानसभा घेराव किए आंदोलन खत्म होने पर कार्यकर्ता निराश हो गए। पुलिस की ओर से कहा गया कि विधानसभा सत्र चल रहा है, धारा 144 लागू है। ऐसे में विधानसभा की ओर जाना निषेध है। जिसके बाद कांग्रेस नेताओं ने मंच पर ही गिरफ्तारी दी।
जहां देखो, वहीं घोटला: नाथ
विधानसभा घेराव की रणनीति सफल न होने पर कांग्रेस के दिग्गज नेताओं ने भाजपा पर जमकर हमला भी बोला। पूर्व सीएम कमलनाथ ने जवाहर चौक में कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि आज बड़े दुख के साथ मुझे कहना पड़ता है कि मध्यप्रदेश की पहचान घोटाला प्रदेश की है। नौजवानों के रोजगार में घोटाला। किसानों के बीज-खाद में घोटाला। जहां देखो घोटाला-घोटाला।
मनोज परमार को लेकर भाजपा पर बरसे सज्जन
वहीं पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा बोले- मनोज परमार और उनकी पत्नी नेहा ने बीजेपी, ईडी के दबाव में आत्महत्या कर ली। भाजपा के लोग उनके बच्चों को लेकर तरह-तरह की बातें कर रहे हैं। मैं कल अपनी पार्टी के तमाम साथियों से मदद लेकर एक बड़ी गुल्लक उन बच्चों को देने जाऊंगा ताकि उन्हें पढ़ाई के लिए भविष्य में तकलीफ न हो। वहीं एआईसीसी सचिव कुणाल चौधरी ने कहा, प्रशासन ने कहा कि हमारे लिए जेलों में जगह नहीं है। प्रशासन का इनपुट था। भाजपा अराजकता फैलाना चाहती है। इसलिए हमने जनता की आवाज मंच से उठाई। हमारा घेराव का कार्यक्रम तय था।
मंत्री तुलसीराम सिलावट ने कांग्रेस पर साधा निशाना
कांग्रेस के प्रदर्शन को लेकर जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट ने कहा कि कांग्रेसियों के पास कुछ बचा नहीं है, इसलिए आंदोलन कर रहे हैं। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में मध्य प्रदेश में तेजी से विकास हो रहा है। उद्योग के क्षेत्र में भी काफी कम हो रहा है, लेकिन कांग्रेसियों के पास करने के लिए कुछ काम नहीं है। इसलिए इस तरह से आंदोलन कर रहे हैं।
कांग्रेस खुद को किसान हितैषी बता रही, जो वो हैं नहीं
विधानसभा घेराव को लेकर कृषि मंत्री एंदल सिंह कंसाना ने कहा कि कांग्रेस पार्टी मीडिया में रहने के लिए इस प्रकार करती रहती है। मध्य प्रदेश के किसानों को समय में खाद मिल रहा है और प्रदेश के किसानों के लिए सरकार लगातार काम कर रही है। प्रदेश में न किसान परेशान है और न खाद की कमी है। कांग्रेस खुद को किसान हितैषी बता रही है जो नहीं है।