भोपाल। लोकसभा चुनाव में मध्यप्रदेश में कांग्रेस को शर्मनाक पराजय का सामना करना पड़ा है। मिशन-29 का टारगेट लेकर चली भाजपा ने इस कमलनाथ का किला ढहाते हुए प्रदेश सभी 29 सीटों पर प्रचंड जीत दर्ज की है। यानि मप्र में कांग्रेस का खाता भी नहीं खुला। इस करारी हार की जिम्मेदारी पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने ली है। इसके बाद भी पार्टी के अंदर धमासान मचा हुआ है। पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह, चाचौड़ा विधानसभा सीट से पूर्व विधायक लक्ष्मण द्वारा हार का ठीकरा जीतू पर फोड़े जाने के बाद अब उज्जैन के एक पार्षद ने उनसे इस्तीफा मांग लिया है।
हालांकि अब शहर (जिला) कांग्रेस उज्जैन ने पीसीसी चीफ से इस्तीफा मांगने पर पार्षद को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। पार्षद राजेंद्र गब्बर कुवाल से 3 दिन के अंदर स्पष्टीकरण मांगा गया है। उज्जैन शहर अध्यक्ष मुकेश भाटी ने नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। नोटिस का जवाब नहीं देने पर 6 साल के लिए निष्कासित किया जाएगा. नोटिस में कहा गया कि राजेंद्र गब्बर कुवाल के कारण पार्टी की छवि धूमिल हुई।
गौरतलब है कि मध्य प्रदेश की 29 सीटों पर चार चरणों में मतदान हुआ। 4 जून को आए चुनाव परिणाम से कांग्रेस को निराशा हाथ लगी। कांग्रेस 27 सीटों पर चुनाव लड़ रही थी। लेकिन एक भी सीट पर जीत नहीं दर्ज करा पाई। जिसको लेकर कांग्रेस में ही अंतर्कलह शुरू हो गई है।