नई दिल्ली। हरियाणा विधानसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है। इसके साथ ही राजनीतिक दलों ने अपनी-अपनी तैयारियों को भी धार देना शुरु कर दिया है। भाजपा जहां राज्य में लगातार तीसरी बार सरकार बनाने के लिए जोर लगा रही है। तो वहीं मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस हरियाणा की सत्ता में काबिज होने का एड़ी-चोटी का जोर लगा रही है। इन सबके बीच हरियाणा से एक बड़ी खबर सामने आ गई है। दरअसल, पहलवान विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया ने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी से मुलाकात की है। दोनों पहलवानों और राहुल गांधी के मुलाकात की तस्वीर सामने आई है। जिसके बाद से यह चर्चा जोरों पर शुरू हो गई कि विनेश और बजरंग दोनों ही पहलवान कांग्रेस ज्वाइन कर चुनाव के मैदान में उतर सकते हैं। खबर यह है कि कांग्रेस सांसद राहुल गांधी से मिलने के बाद पहलवान विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया कांग्रेस पार्टी के जनरल सेक्रेटरी केसी वेणुगोपाल से भी मिलने पहुंचे हैं।
दरअसल, हरियाणा विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस पार्टी में उम्मीदवारों के नाम और टिकट शेयरिंग पर चर्चा जारी है। हरियाणा कांग्रेस के प्रभारी दीपक बाबरिया से हाल ही में विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया को लेकर सवाल किया गया था। बाबरिया ने कहा है कि जिन 32 उम्मीदवारों का नाम पहले तय हो चुका है विनेश फोगाट या बजरंग पुनिया का नाम उनमें नहीं है। उन्होंने कहा था कि जल्द ही इस मामले में स्पष्टता आ जाएगी। अब राहुल गांधी से मुलाकात के बाद यह तय माना जा रहा है कि विनेश फोगाट और बजरंग पुनिया कांग्रेस ज्वाइन करेंगे और चुनावी मैदान में भी उतरेंगे।
विनेश को अपनी ओर आकर्षित करने हर कदम उठा रही कांग्रेस
बता दें कि कांग्रेस ने भी विनेश को अपनी ओर आकर्षित करने के लिए कदम उठाए हैं। जब विनेश ने अपने रिटायरमेंट ऐलान किया, तो कांग्रेस सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा उनके साथ नजर आए। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने भी मांग रखी कि विनेश को राज्यसभा भेजा जाए, हालांकि उम्र की वजह से यह मुमकिन नहीं था। विनेश के चाचा महावीर फोगाट और चचेरी बहन बाबिता फोगाट ने कांग्रेस की इस पहल की आलोचना की थी।
विनेश के राजनीति में आने से क्या होगा?
विनेश फोगाट का संभावित राजनीतिक प्रवेश हरियाणा की राजनीति में एक बड़ा बदलाव ला सकता है। उनके खाप पंचायतों और किसानों के साथ मजबूत रिश्ते उन्हें चुनाव में बड़ा समर्थन दिला सकते हैं। हालांकि, अभी तक विनेश ने राजनीति में प्रवेश का औपचारिक ऐलान नहीं किया है, लेकिन काफी वक्त से राजनीतिक पार्टियां उन्हें अपनी तरफ खींचने की कोशिश में लगी हुई हैं। आगामी विधानसभा चुनाव में विनेश फोगाट की भूमिका हरियाणा की सियासत में एक अहम मोड़ साबित हो सकती है।
हरियाणा में कब होगा चुनाव?
हरियाणा विधानसभा चुनाव 5 अक्टूबर को होगा। वहीं, मतगणना 8 अक्टूबर को होगी। बता दें कि इससे पहले यह तारीख क्रमश: 1 और 4 अक्टूबर थी लेकिन चुनाव आयोग ने इसमें बदलाव कर दिया। आयोग ने इसके पीछे की वजह बताते हुए सफाई दी कि बिश्नोई समुदाय के मताधिकार और परंपराओं दोनों का सम्मान करने के लिए यह फैसला लिया गया है। बिश्नोई समाज ने आसोज अमावस्या उत्सव में भाग लेने की सदियों पुरानी प्रथा को कायम रखा है। ये उस दिन अपने गुरु जम्बेश्वर की स्मृति में उत्सव मनाते हैं। राजस्थान की नोखा तहसील में पिछले करीब 490 साल से तो यह मेला लगातार आयोजित होता रहा है।