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राजधानी समेत सूबे के 30 जिलों में 24 घंटे से झमाझम बारिश जारी: दमोह के हुए बुरे हाल, टीकमगढ़ -शिवपुरी में भी सड़कें डूबीं

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भोपाल। मध्यप्रदेश में मानसून एक बार फिर मेहरबान हो गया है। यही नहीं, सूबे के करीब तीन दर्जन जिलों में बीते 24 घंटे से झमाझम बारिश हो रही है। मौसम विभाग की मानें तो स्ट्रांग सिस्टम के एक्टिव होने से इन जिलों में झमाझम बारिश का दौर जारी है। राजधानी भोपाल समेत कई जिलों में तो रातभर बारिश हुई है। भारी बारिश के वजह से बरगी बांध के 11, तवा के 9 और हलाली के 5 और भोपाल के सभी डेमो के गेट खोले गए हैं। वहीं बीते चौबीस घंटे के दौरान सबसे दमोह में हुई है। यहां पर इस दौरान 8.5 इंच बारिश हुई है।

दमोह में बीते 24 घंटे से हो रही लगातार बारिश के कारण नदी नाले उफान पर आ गए हैं। स्थिति यह की जिले के कई मुख्य मार्ग का संपर्क टूट चुका है और लोगों के घरों में पानी भर गया है। भारी बारिश को देखते हुए कलेक्टर ने स्कूल, कॉलेज और आंगनबाड़ी बंद करने के निर्देश दिए हैं और लोगों से सावधानी रखने के लिए कहा गया है। इसके अलावा जबलपुर में करीब 8 इंच और सिवनी में साढ़े 7 इंच बारिश हो चुकी है। टीकमगढ़ और शिवपुरी में भी सड़कें डूब चुकी हैं। विदिशा में कई रास्ते बंद हैं। मौसम विभाग बुधवार के लिए 7 जिलों में रेड अलर्ट और 21 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है।

इन जिलों में रेड अलर्ट
मौसम विभाग ने बुधवार को विदिशा, रायसेन, सीहोर, नर्मदापुरम, हरदा, गुना और अशोकनगर में अति भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है। वहीं, अगले 24 घंटे में 21 जिलों में भारी बारिश हो सकती है। इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर में भी तेज पानी गिरने का अनुमान है। मंगलवार को भोपाल, इंदौर, सिवनी, बालाघाट समेत 21 जिलों में तेज बारिश हुई। बालाघाट, मंडला-सिवनी जिलों में लोग बाढ़ में फंस गए। मंगलवार को सिवनी में 9 घंटे में 6.3 इंच बारिश हुई, जबकि दमोह में लगातार 12 घंटे से अधिक बरसात हुई। सिवनी में आज 12वीं कक्षा के सभी स्कूलों में छुट्टी घोषित कर दी गई है।

टीकमगढ़ में पुल के ऊपर से बह रहा नदी का पानी
टीकमगढ़ में भी रात भर से बारिश का दौर जारी है। यहां बीते 24 घंटे के दौरान 3 इंच से ज्यादा बारिश हुई है। शहर के मैदानी इलाकों में भी पानी भर गया है। सुजारा बांध के 12 गेट खोले जाने से टीकमगढ़- छतरपुर रोड पर खरीला गांव के पास धसान नदी का जलस्तर का पानी पुल के ऊपर बह रहा है। वहीं दमोह के पटेरा ब्लॉक में देवडोगरा से सतरिया जाने वाले रास्ते पर जंगली नाला उफान पर आ गया है। दोनों तरफ का ट्रैफिक थमा हुआ है। नजदीकी गांव से प्रसूता को लेने जा रही एंबुलेंस भी इसमें फंस गई है।

क्यों हो रही मूसलाधार बारिश?
सीनियर मौसम वैज्ञानिक डॉ. वेद प्रकाश सिंह ने बताया कि ओडिशा के आसपास डीप डिप्रेशन बना है। यह ओडिशा पोस्ट को पार करते हुए मंगलवार सुबह उत्तरी छत्तीसगढ़ और इससे लगे क्षेत्रों में एक्टिव है। इस वजह से नर्मदापुरम, जबलपुर, भोपाल संभाग के कई जिलों में भारी बारिश का दौर जारी रहा। मानसून ट्रफ की पोजिशन प्रदेश के गुना, उमरिया होते हुए डिप्रेशन के सेंटर में है। साइक्लोनिक सकुर्लेशन सिस्टम भी एक्टिव है। इन वजहों से बंगाल की खाड़ी से अधिक मात्रा में नमी आ रही है। अरब सागर से भी हवा आ रही है, इससे बारिश का स्ट्रॉन्ग सिस्टम एक्टिव हो गया है। अगले 24 घंटे में भी सिस्टम की एक्टिविटी बनी रहेगी। 12 सितंबर से सिस्टम थोड़ा कमजोर होगा, लेकिन कई जिलों में तेज बारिश का दौर जारी रहेगा। भोपाल, सागर और ग्वालियर संभाग में 14 सितंबर तक यही स्थिति बनी रहेगी।

30 से ज्यादा जिलों में सामान्य से ज्यादा बारिश
अब तक भोपाल-ग्वालियर समेत 30 जिलों में सामान्य से ज्यादा यानी 96% से 170% तक पानी गिर चुका है। इनमें श्योपुर में सबसे ज्यादा 170% बारिश हो चुकी है। इंदौर, उज्जैन और रीवा संभाग पिछड़े हुए हैं। रीवा में सबसे कम 60% यानी 23.3 इंच बारिश ही हुई है।

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