भोपाल। महाराष्ट्र में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होना है। हालांकि अभी चुनाव की तारीखों का ऐलान नहीं हुआ है। इससे पहले राजनीतिक दलों ने सत्ता की सीढ़ी तक पहुंचने के लिए अपने दांव-पेंच लगाना शुरू कर दिया है। इस लिस्ट में भाजपा का भी नाम भी शामिल है। भाजपा ने महाराष्ट्र की सत्ता में काबिज होने के लिए तैयारियों को धार देना शुरू कर दिया है। खास बात यह है कि महाराष्ट्र में अगर भाजपा सत्ता पर काबिज होती है मप्र के भाजपा नेताओं का भी बड़ा योगदान रहेगा।
दरअसल, महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी केंद्रीय संगठन ने मप्र के एक दो नहीं बल्कि चार बड़े नेताओं को महाराष्ट्र की जिम्मेदारी सौंपी है। इसमें मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, प्रहलाद सिंह पटेल, विश्वास सारंग और पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा का नाम शामिल है। कैलाश विजयवर्गी को नागपुर विदर्भ क्षेत्र की जिम्मेदारी दी गई है। वह बीते एक सप्ताह में दो बार नागपुर का दौरा कर चुके हैं। मंत्री प्रहलाद पटेल को वर्धा अमरावती क्षेत्र का प्रभार सौंपा गया है। साथ ही विश्वास सारंग को अंकोला बुलढाना क्षेत्र दिया गया है।
भाजपा शीर्ष नेतृत्व ने पूर्व मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा पर भी बड़ा दायित्व सौंपा है। उन्हें गोंदिया और भंडारा क्षेत्र की जिम्मेदारी दी गई है। केंद्रीय संगठन ने मध्य प्रदेश में एक्टिव पदाधिकारियों को भी अहम जिम्मेदारी दी है। राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री शिवप्रकाश, क्षेत्रीय महामंत्री अजय जमवाल और मध्य प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद समन्वय करेंगे। बता दें कि लोकसभा चुनाव में भाजपा को महाराष्ट्र से जितनी सीटों की उम्मीद थी, वह नहीं मिल सकी। एक तरफ शिंदे सरकार से गठबंधन कर भाजपा ने 9 सीटें जीती। वहीं मध्य प्रदेश में क्लीन स्वीप कर 29 की 29 सीटों पर कब्जा जमा लिया। शायद यही वजह है कि आलाकमान ने इस बार विधानसभा चुनाव को लेकर एमपी के नेताओं पर भरोसा जताया है।