भोपाल। मप्र में मासूम बच्चियों , युवतियों और महिलाओं के साथ यौन शोषण और बढ़ते आपराधिक मामलों को लेकर मप्र कांग्रेस ने मोहन यादव सरकार को घेरने में जुट गई है। यही नहीं कांग्रेस कल 2 अक्टूबर से प्रदेशभर में बेटी बचाओ अभियान शुरू करने जा रही है। जो 17 अक्टूबर तक चलेगा। यह जानकारी मंगलवार को पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दी है। इस दौरान उन्होंने मप्र सरकार पर भी तीखा हमला बोला। उन्होंने यहां तक कहा कि महिला बेटियों को लेकर प्रदेश में सामाजिक आपातकाल आ गया है।
पीसीसी चीफ ने मीडिया को संबोधित करते हुए भाजपा को अपने निशाने पर लेते हुए कहा कि सरकार ने लाडली बहना योजना तो बना दी, मगर उन लाडली बहनों को बचाने के लिए कोई कदम नहीं उठाया। उन्होंने कहा कि प्रदेश में बच्चियों के साथ-साथ बुजुर्ग भी सुरक्षित नहीं हैं। मध्य प्रदेश में बलात्कारों की संख्या दोगुनी हो गई है। हर 17 मिनट में एक बच्ची से रेप हो रहा है। महिला अपराधों के खिलाफ कांग्रेस तीन चरणों में बेटी बचाओ अभियान चलाएगी। कांग्रेस उपवास करेगी और प्रदेशभर में कैंडल मार्च व मशाल जुलूस निकालेगी। इसकी शुरूआत 2 अक्टूबर को गांधी जयंती पर होगी।
जनता को जागरुक करने कांग्रेस ने लिया जिम्मा
पीसीसी चीफ ने कहा कि जनता को जागरूक करने का जिम्मा अब कांग्रेस ने अपने हाथों में लिया है। कांग्रेस पार्टी पूरे प्रदेश में बेटी बचाओं अभियान चलाएगी, उन्होंने कहा कि यह राजनैतिक मुद्दा नहीं, बल्कि सामाजिक मुद्दा है। उज्जैन में फुटपाथ पर रेप हुआ। जबलपुर में छात्रवृत्ति के नाम पर 70 बेटियों के वीडियो बना लिए गए। भोपाल, मुरैना, हरदा सहित प्रदेश में कहीं भी महिलाएं और बच्चियां सुरक्षित नहीं हैं। पटवारी ने कहा कि 26 सितंबर को 5 साल की बेटी, 24 सितंबर को 7 साल की बेटी, 63 साल और 75 साल की बुजुर्ग के साथ दुष्कर्म हुआ। सरकार के साथ विपक्ष का भी फर्ज बनता है कि हम महिला बेटियों के लिए काम करे। पीसीसी चीफ ने कहा कि पुलिस विभाग को मिलने वाले इक्यूपेंट सबसे फिसड्डी है, सरकार को जागना पड़ेगा। अपराधियों के मन में पुलिस के प्रति डर पैदा करना पड़ेगा।
पुलिस का डर क्यों हुआ समाप्त
जीतू पटवारी ने कहा कि पुलिस का डर क्यों समाप्त हो गया है, क्योंकि नशा बिकता है। इसमें पुलिस की हिस्सेदारी होती है। थाने बंधे हुए थे। बेरोजगार बच्चा नशा करता है। जितनी भी रिसर्च आई हैं, वह यही कहती हैं कि दिनभर बेरोजगार 12 से 14 घंटे सोशल मीडिया और मोबाइल पर व्यस्त हैं और फिर विकृति को आत्मसात करके रिएक्शन दे रहा है। जिनके पास गृह मंत्रालय है, वह बातें बहुत करते हैं, लेकिन पुलिस विभाग को ऐसे अपराधों को रोकने के लिए जो इक्विपमेंट मिलना चाहिए उसमें हम सबसे पीछे हैं। बिहार से भी पीछे हैं। सबसे नीचे के राज्यों में जिसकी गिनती आती है वह मध्यप्रदेश है। जीतू पटवारी ने कहा कि ट्विटर पर आंदोलन के जरिए सरकार को जगाने की कई बार कोशिश की गई। पत्र के माध्यम से मुख्यमंत्री को सुझाव भी दिए, लेकिन हालात में कोई परिवर्तन नहीं आ रहा है। मध्यप्रदेश में हर 17 मिनट में एक बेटी के साथ रेप हो रहा है। अपराधों के आंकड़े लगातार बढ़ रहे हैं। इसका कारण है प्रदेश में न कर्मचारी पूरे हैं, न पुलिस विभाग में हवलदार और न ही टीआई। पुलिस विभाग के स्ट्रक्चर में 50% कर्मचारी भी नहीं हैं।
दो से 16 अक्टूबर तक चलेगा अभियान, कार्यक्रम जारी
2 अक्टूबर : गांधी जयंती पर कांग्रेस परिवार पीड़ित बच्चियों के परिवारों से बात करेगी और उनकी पीड़ा आम लोगों तक पहुंचाएगी।
5 अक्टूबर : युवा कांग्रेस सभी जिलों में मशाल जुलूस निकालेगी।
7 अक्टूबर : महिला कांग्रेस जिला अध्यक्ष और कार्यकर्ता प्रदेशभर में गरबा पंडालों के आसपास कैंडल मार्च निकालेंगी।
8 अक्टूबर : ब्लॉक स्तर पर कन्या पूजन का कार्यक्रम होगा। इस दिन उपवास भी रखा जाएगा। कांग्रेस नेता इसमें भाग लेंगे।
14 अक्टूबर : सभी विधानसभा क्षेत्रों में बेटी बचाओ अभियान चलेगा। इसमें विधायक-सांसद शामिल होंगे और शासन को ज्ञापन देंगे।
16 अक्टूबर : प्रदेशस्तरीय उपवास का आयोजन किया जाएगा। इसमें भोपाल में एक विशाल उपवास कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। हर जिले से ब्लॉक अध्यक्ष, जिला अध्यक्ष, विधायक, पूर्व विधायक, विधानसभा एवं लोकसभा प्रत्याशी, प्रदेश प्रतिनिधि भाग लेंगे।