भोपाल। भाजपा का सदस्यता अभियान सोमवार से शुरू हो गया है। पार्टी ने नाम दिया है संगठन पर्व। सबसे पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पार्टी की सदस्यता ली। उन्हें पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने पार्टी की सदस्यता दिलाई। वहीं आज मंगलवार को मप्र भाजपा सदस्यता अभियान की शुरुआत करने जा रही है। सबसे पहले मुख्यमंत्री मोहन यादव पार्टी का सदस्य बनेंगे। उन्हें भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा सदस्यता दिलाएंगे। सदस्यता अभियान का कार्यक्रम प्रदेश भाजपा कार्यालय में आयोजित किया जाएगा। सदस्यता अभियान कार्यक्रम में सीएम और वीडी के अलावा भाजपा के प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा और प्रदेश प्रभारी डॉ. महेंद्र सिंह भी मौजूद रहेंगे। वहीं कार्यक्रम में मंत्री, विधायक पार्टी के पदाधिकारी भी शामिल होंगे।
बीजेपी प्रदेश कार्यालय में दोपहर दो बजे कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। वीडी शर्मा मुख्यमंत्री को सदस्यता दिलाएंगे। सीएम के साथ सभी मंत्री बीजेपी कार्यालय पहुंचेंगे। सभी पदाधिकारी पहले दिन 100-100 सदस्य बनाएंगे। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने बताया कि प्रदेश भर के 41 हजार डिजिटल कार्यकर्ता भाजपा की ताकत है। ये सभी मिलकर 64861 बूथों पर आज से अपनी भूमिका प्रारंभ करेंगे। बूथ सहायक से लेकर पार्टी का प्रत्येक कार्यकर्ता 10-17 तारीख तक नए लोगों को पार्टी में शामिल कराएंगे। इसकी कार्यशाला भी हो चुकी है, जिसकी मॉनिटरिंग हम प्रतिदिन करते हैं। हम लोग करते है कि भारतीय जनता पार्टी केवल चुनावों की पार्टी नहीं। यह जीवंत आॅर्गनाइजेशन है। यह कैडर बेस आॅर्गनाइजेशन है। भारतीय जनता पार्टी के सभी कार्यकर्ता मिलकर यह राष्ट्र व्यापी सदस्यता अभियान को पूरा करेंगे।
एमपी में डेढ़ करोड़ नए लोगों को जोड़ने का टारगेट
25 सितंबर तक सदस्यता अभियान के पहले चरण में बीजेपी देश भर में 10 करोड़ नए लोगों को सदस्य बनाएगी। वहीं, एमपी में डेढ़ करोड़ नए लोगों को सदस्य बनाने का लक्ष्य रखा है। इस दौरान शिक्षक दिवस पर निजी शिक्षकों को सदस्यता दिलाने के लिए बीजेपी ने शिक्षक प्रकोष्ठ को दिशा निर्देश दिए हैं। बीजेपी ने सांसदों, मंत्रियों विधायकों से लेकर हर पदाधिकारी को सदस्यता का लक्ष्य दिया है। एमपी में सांसदों को 25 हजार नए सदस्य बनाने होंगे। विधायकों को 15 हजार नए लोगों को मैंबरशिप दिलानी होगी। ऐसे ही जिला पंचायत अध्यक्ष, मेयर से लेकर तमाम जनप्रतिनिधियों को भी टारगेट दिया गया है।
हारे बूथों पर फोकस
बीजेपी सदस्यता अभियान में उन बूथों पर खासा फोकस करेगी, जहां पिछले तीन-चार चुनावों से लगातार बीजेपी को हार का सामना करना पड़ रहा है। कांग्रेस जिन बूथों पर मजबूत है उन बूथों पर बीजेपी सदस्यता अभियान को टारगेट बनाकर नए लोगों को जोड़ेगी।