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बांग्लादेश का संकट: अंतरिम सरकार आज लेगी आकार, देश की कमान संभालेंगे नोबल विजेता, रात 8 बजे होगा शपथ समारोह

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नई दिल्ली। पड़ोशी देश बांग्लादेश में राजनीतिक संकट गहराया हुआ है। आर्मी ने देश को अपने नियंत्रण में ले लिया है। प्रधानमंत्री शेख हसीना देश छोड़कर भारत में शरण ले रखी है। कई देशों ने भी उनकी एंट्री पर रोक लगा दी। अमेरिका ने तो उनका वीजा भी रद्द कर दिया है। इन सब संकटों के बीच आज नोबेल पुरस्कार विजेता मुहम्मद यूनुस की अगुवाई में बांग्लादेश में अंतरिम सरकार का गठन होगा। यूनुस अंतरिम सरकार का नेतृत्व संभालने के लिए पेरिस से आज ही ढाका लौट रहे हैं। यहां पर आपको बता दें कि बांग्लादेशी संविधान में अंतरिम सरकार की व्यवस्था नहीं है। इसके बावजूद आज अंतरिक सरकार शपथ लेगी।

बांग्लादेश की सेना के प्रमुख जनरल वकार उज जमां ने सेना मुख्यालय से मीडिया को संबोधित करते हुए बताया कि आज रात आठ बजे (बांग्लादेश के समय अनुसार) मोहम्मद यूनुस का अंतरिम सरकार के प्रमुख के तौर पर शपथ ग्रहण हो सकता है। शपथ ग्रहण समारोह में 400 लोग शामिल हो सकते हैं। आर्मी चीफ ने बताया कि मुहम्मद यूनुस 2 बजे तक ढाका लौटेंगे और इसके बाद रात में शपथग्रहण समारोह आयोजित किया जाएगा। जनरल वकार उज जमां ने उम्मीद जताई कि अगले तीन से चार दिनों में हालात सामान्य हो जाएंगे। उन्होंने ये भी कहा कि बीते कुछ दिनों में जिन लोगों ने हिंसा की है, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

श्रम कानून उल्लंघन मामले में बरी हुए मुहम्मद युनूस
गौरतलब है कि बांग्लादेश में चल रही राजनीतिक अशांति और विरोध प्रदर्शनों के बीच प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफे के बाद अंतरिम सरकार का गठन किया जा रहा है. ग्रामीण बैंक के संस्थापक और मशहूर सोशल एक्टिविस्ट यूनुस अंतरिम सरकार का नेतृत्व करेंगे। विशेष रूप से, बांग्लादेश की एक अदालत ने कार्यभार संभालने से ठीक एक दिन पहले श्रम कानून उल्लंघन मामले में यूनुस की पिछली सजा को भी पलट दिया है। दरअसल उन्हें इस मामले में बरी कर दिया गया है। इतना ही नहीं उनके साथ ग्रामीण टेलीकॉम के तीन अन्य शीर्ष अधिकारियों को भी बरी कर दिया गया।

इस मामले में मिली थी सजा
गौरतलब है कि 1 जनवरी को ढाका के श्रम न्यायालय-3 ने ग्रामीण टेलीकॉम के अध्यक्ष यूनुस और इसके निदेशकों अशरफुल हसन, एम शाहजहां और नूरजहां बेगम को श्रम कानूनों का उल्लंघन करने के लिए छह-छह महीने के कारावास की सजा सुनाई। चारों पर 30,000 टका का जुर्माना भी लगाया गया, जिसे अदा न करने पर उन्हें 25 दिन और जेल में रहना होगा। 28 जनवरी को प्रोफेसर यूनुस और उनके सहयोगियों ने सजा के खिलाफ श्रम अपीलीय न्यायाधिकरण में अपील दायर की। 9 सितंबर 2021 को श्रम निरीक्षक (जनरल) एसएम आरिफुज्जमां ने चारों के खिलाफ श्रम न्यायालय में मामला दर्ज कराया।

अमेरिका ने बांग्लादेश की अंतरिम सरकार को दिया समर्थन
अमेरिका ने बांग्लादेश की अंतरिम सरकार को अपना समर्थन दिया है। अमेरिका के विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने एक बयान में कहा कि ‘हम बांग्लादेश की स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। मोहम्मद यूनुस को अंतरिम सरकार का प्रमुख नियुक्त किया गया है और हमें लगता है कि अंतरिम सरकार बांग्लादेश में स्थिरता और शांति बनाने के लिए काम करेगी।’

घुसपैठ की कोशिश कर सकते हैं बांग्लादेशी आतंकी
बांग्लादेश में हिंसा और सियासी अफरा-तफरी के बीच वहां के आतंकी इस मौके का फायदा उठाना चाहते हैं। खुफिया सूत्रों के मुताबिक बांग्लादेश के रेडिकल ग्रुप भीड़ का सहारा लेकर भारत में घुसपैठ करने की तलाश में हैं। इस तरह की खुफिया रिपोर्ट मिलने के बाद बीएसएफ को हाई अलर्ट पर रखा गया है। वहीं पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी में भारत बांग्लादेश सीमा पर 1 हजार से ज्यादा बांग्लादेशी हिंदू पहुंच गए हैं। वे बॉर्डर पार कर भारत आना चाहते हैं। भारत में इनके घुसपैठ के प्रयास को बीएसएफ ने रोक रखा है। बीएसएफ ने उन्हें सतकुरा सीमा पर रोक लिया है। यह घटना जलपाईगुड़ी जिले के दक्षिण बेरूबारी पंचायत की है।

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