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पुलिस कस्टडी में गई दूल्हे की जान: गुस्साए परिजनों ने अस्पताल में जमकर किया हंगामा, दुल्हन-चाची ने की मौत को गले लगाने की कोशिश, झुलसे एसडीओपी

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गुना। मध्यप्रदेश के गुना जिले में पुलिस कस्टडी में एक पारदी युवक मौत हो जाने पर जमकर हंगामा हुआ है। बताया जा रहा है कि चोरी के शक में पारदी समाज के दो युवकों को पूछताछ के लिए पुलिस ने कल धरनावदा थाने के छोटी कनारी गांव से उठाया था। पूछताछ के लिए धरनावदा, म्याना थाने के अलावा ऊमरी पुलिस चौकी ले जाया गया था। जहां देवा नाम के पारदी युवक की पुलिस कस्टडी में मौत हो गई। मामला जिले के बीलाखेड़ी का है। खास बात यह है कि जिस युवक की पुलिस कस्टडी में मौत हुई है, उसकी रविवार को शादी होने वाली थी। युवक की मौत की खबर सुनते ही मृतक के परिजनों ने पुलिस पर पीट पीट कर हत्या का आरोप लगाया है। इसी मुद्दे को लेकर अस्पताल में परिजन और पुलिस से धक्का-मुक्की भी हुई थी। देर रात तक अस्पताल में हंगामा हुआ था।

वहीं अस्पताल में युवक की होने वाली दुल्हन ने खुद पर पेट्रोल डालकर आत्मदाह की कोशिश की। चाची ने पेट्रोल डालकर आग लगा ली। बचाने में एसडीओपी झुलस गए। इतना ही नहीं जिला अस्पताल में देर रात गुस्साए परिजनों ने खुद पर पेट्रोल डालकर आग लगाने और पेड़ पर चढ़कर फांसी लगाने का प्रयास भी किया। हंगामा बढ़ता देख जिला प्रशासन ने 8 थानों का पुलिस फोर्स जिला अस्पताल में तैनात किया। ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट गुना के पीएम हाउस पहुंचे, जिसके बाद तीन डॉक्टरों का पैनल पोस्टमॉर्टम करेगा। एडिशनल एसपी मान सिंह ठाकुर ने बताया कि म्याना इलाके के भिड़रा गांव में हुई चोरी के संबंध में पूछताछ के लिए देवा पारदी और गंगाराम पारदी को पुलिस ने हिरासत में लिया था। रविवार शाम दोनों को चोरी हुए सामान की रिकवरी के लिए ले जा रहे थे। इसी दौरान देवा के सीने में दर्द उठा। उसे तत्काल म्याना के अस्पताल ले जाया गया। वहां से जिला अस्पताल लाया गया। यहां लगभग 45 मिनट तक उसका इलाज चला। सीपीआर भी दिया गया, लेकिन उसे बचा नहीं जा सका।

यह है पूरा मामला
यह पूरा मामला 13 जुलाई की शाम 5 बजे से शुरू हुआ। धरनावदा थाने से महज 8 किमी दूर पारदी गिरोह ने पुलिस टीम पर हमला कर दिया था। 10 पुलिसकर्मी घायल हुए थे। 13 जुलाई की रात 1.30 बजे मामले में एफआईआर दर्ज की गई। इस एफआईआर के मुताबिक, भोपाल और राजगढ़ की पुलिस टीम अपने जिले में हुई चोरी के आरोपियों की तलाश में झागर चौकी आई थी। सहायता के लिए रूठियाई चौकी और धरनावदा थाने का पुलिस बल भी झागर चौकी पहुंचा। सभी ने मिलकर गांव में दबिश दी। इस दौरान पारदियों ने पुलिस टीम पर हमला किया। गोलियां चलाईं और पत्थर फेंके।

बारातियों के ट्रैक्टर पर थाने ले गई पुलिस
बीलाखेड़ी के रहने वाले देवा पारदी की बारात गांव से गुना शहर के गोकुल सिंह चक्क पर आने वाली थी। शाम 4.30 बजे पुलिस गांव में पहुंची। जिस ट्रैक्टर पर बारात जाना थी, उसी पर देवा और उसके चाचा गंगाराम को पुलिस ले गई। देवा की चाची और गंगाराम पारदी की पत्नी सूरजबाई के मुताबिक, हम भी पीछे-पीछे झागर चौकी पहुंचे। पुलिस ने कहा कि एक गाड़ी की बरामदगी करनी है, इसलिए उसे लेकर आए हैं। देर रात जिला अस्पताल से सूचना मिली कि एक पारदी युवक को पोस्टमॉर्टम रूम में लाया गया है। अस्पताल पहुंचकर पता चला कि पुलिस कस्टडी में देवा की मौत हो गई है।

मिनी ट्रक में भरकर जिला अस्पताल पहुंची महिलाएं
एक मिनी ट्रक से देवा पारदी की दुल्हन, चाची और दूसरी महिलाएं अस्पताल पहुंचीं। दुल्हन ने अपने पूरे शरीर पर पेट्रोल डाल लिया। वह आत्मदाह की कोशिश करने लगी। इसी बीच पुलिस ने उसे पकड़ा और अस्पताल चौकी में बैठा लिया। थोड़ी देर बाद चाची सूरज बाई ने अपने ऊपर पेट्रोल डालकर आग लगा ली। वह झुलस गई। आग बुझाने में एसडीओपी युवराज सिंह के हाथ की अंगुलियां झुलस गईं। महिलाओं की कई बार पुलिस से धक्कामुक्की भी हुई।

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