भोपाल। पहाड़ी राज्यों से आ रही बर्फीली हवाओं ने मध्यप्रदेश को ठिठुरा दिया है। सूबे के कई जिलों में दिन और रात के पारे में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है। मौसम विभाग की मानें तो दिन और रात का तापमान 6 डिग्री सेल्सियस तक लुढ़क गया गया है। वहीं राजधानी भोपाल में पड़ रही सर्दी ने बीते दो सालों का रिकार्ड तोड़ दिया है। भोपाल में मंगलवार-बुधवार दरमियानी रात का पारा 6.9 डिग्री दर्ज किया गया है। बतादें कि, 2022 और 2023 में राजधानी का न्यूनतम तापमान 8.6 और 8.8 डिग्री रहा था। वहीं हिल स्टेशन पचमढ़ी टेम्प्रेचर 3.5 डिग्री लुढ़कर कर 2 डिग्री से नीचे से आ गया है। वहीं रायसेन का भी तापमान 5 डिग्री से नीचे आ गया है। मौसम विभाग के अनुसार अगले 4-5 दिन ऐसा ही मौसम बना रहेगा।
मौसम विभाग ने बुधवार को भोपाल, इंदौर, जबलपुर-उज्जैन समेत प्रदेश के 16 जिलों में कोल्ड वेव यानी सर्द हवाएं चलने का अलर्ट है। भोपाल, इंदौर, उज्जैन और शाजापुर में कोल्ड डे रह सकता है। इधर जबलपुर, धार, आगर-मालवा, राजगढ़, सीहोर, विदिशा, सागर, नर्मदापुरम, रायसेन, दमोह, नरसिंहपुर और सिवनी में सर्द हवाएं चलने का अनुमान लगाया गया है। मंगलवार-बुधवार की दरमियानी रात पचमढ़ी में 1.8 डिग्री तापमान दर्ज किया गया। एक रात पहले यह 3.5 डिग्री सेल्सियस था यानी एक ही रात में 1.7 डिग्री सेल्सियस की गिरावट हुई है। भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, उज्जैन और जबलपुर में भी तापमान नीचे आया है। इंदौर में 8.6 डिग्री, ग्वालियर में 6 डिग्री, उज्जैन में 7.5 डिग्री और जबलपुर में 6.5 डिग्री बैतूल में 8.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। पचमढ़ी के अलावा रायसेन, गुना, उमरिया, मंडला और नौगांव में टेम्परेचर 6 डिग्री सेल्सियस के नीचे रहा। रायसेन में 4.8 डिग्री, गुना-उमरिया में 5 डिग्री, मंडला में 5.2 डिग्री और नौगांव में 5.3 डिग्री सेल्सियस तापमान रहा।
सीनियर मौसम वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन ने बताया, ‘इस समय पश्चिम-उत्तर भारत में वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) एक्टिव है। 12.6 किमी की ऊंचाई पर 240 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से जेट स्ट्रीम हवाएं भी चल रही हैं। इन दोनों सिस्टम की वजह से मध्य प्रदेश में कड़ाके की ठंड पड़ रही है।’ मौसम विभाग के अनुसार, बुधवार को भोपाल, इंदौर, उज्जैन और शाजापुर में कोल्ड डे रहेगा। वहीं, जबलपुर, धार, आगर-मालवा, राजगढ़, सीहोर, विदिशा, सागर, नर्मदापुरम, रायसेन, दमोह, नरसिंहपुर और सिवनी में सर्द हवाएं चलेंगी।
दिसंबर के पहले पखवाड़े में ही कड़ाके की ठंड
इस साल दिसंबर की सर्दी ने ट्रेंड बदल दिया है। पिछले 10 साल का रिकॉर्ड और ट्रेंड देखें तो दिसंबर के दूसरे पखवाड़े में कड़ाके की ठंड पड़ती रही है लेकिन इस बार पहले ही पखवाड़े में तेज सर्दी का असर है। भोपाल और इंदौर की रात तो पिछले 2 साल में सबसे ठंडी रही हैं यानी दिसंबर की ठंड का रिकॉर्ड टूट गया है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और लद्दाख में बर्फ गिरने से सर्दी बढ़ी है। यहां जेट स्ट्रीम हवाएं भी तेजी से बह रही हैं। जिसका असर मध्य प्रदेश में देखने को मिल रहा है।
उज्जैन-शाजापुर में भी चली कोल्ड वेव
मंगलवार को भोपाल, इंदौर, उज्जैन और शाजापुर में सर्द हवाएं चलीं। वहीं, यहां कोल्ड डे भी रहा। दमोह, जबलपुर, सिवनी, नरसिंहपुर, सागर, नर्मदापुरम, रायसेन, विदिशा, राजगढ़, आगर-मालवा, धार में भी कोल्ड वेव चली। बदले मौसम की वजह से सभी शहरों में दिन का टेम्प्रेचर लुढ़क गया। बड़े शहरों की बात करें तो भोपाल में 23.4 डिग्री, इंदौर में 22.1 डिग्री, ग्वालियर में 23.2 डिग्री, उज्जैन में 23.5 डिग्री और जबलपुर में 22.0 डिग्री रहा। प्रदेश में सबसे ठंडा पचमढ़ी रहा। यहां पारा 20.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
नवंबर में भी सर्दी तोड़ चुकी रिकॉर्ड
बता दें कि नवंबर में सर्दी रिकॉर्ड तोड़ चुकी है। भोपाल में तो 36 साल का रिकॉर्ड टूटा है। इंदौर, उज्जैन, जबलपुर और ग्वालियर में भी पारा सामान्य से 7 डिग्री तक नीचे रहा, लेकिन कड़ाके की ठंड दिसंबर में पड़ेगी। सीनियर मौसम वैज्ञानिक डॉ. वेदप्रकाश सिंह ने बताया, इस बार ग्वालियर, उज्जैन और चंबल संभाग सबसे ज्यादा ठिठुरेंगे। यहां कोल्ड वेव यानी सर्द हवाएं भी चलेंगी।