उज्जैन। धार्मिक नगरी उज्जैन को बड़ी सौगात मिली है। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने गुरुवार को 592.3 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाले मेडिकल कॉलेज की आधारशिला रखी। यही नहीं सीएम ने उज्जैन में मप्र के पहले मेडिसिटी का भूमि पूजन भी किया। मेडिकल कॉलेज तीन साल में बनकर तैयार हो जाएगा। कार्यक्रम में डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ला, प्रभारी मंत्री गौतम टेटवाल, सांसद अनिल फिरौजिया भी मौजूद रहे।
भूमिपूजन कार्यक्रम से सीएम ने उज्जैन के लिए कई और भी बड़े ऐलान किए। 2025 में आयुर्वेदिक एम्स मेडिकल कॉलेज मिलने की संभावना है, होम्योपैथिक कॉलेज भी खुलेगा। मेडिसिटी के जरिए 1500 से ज्यादा बेड वाले सुपर और मल्टीस्पेशियलिटी हॉस्पिटल का प्रबंधन किया जाएगा। शहर के फ्रीगंज में नया कार्यालय बनेगा। एक जगह आइजी, डीआइजी, एसपी, कलेक्टर, दूसरे अधिकारियों के कार्यालय होंगे।
13 मंजिल की बनेगी हाईराइज बिल्डिंग्स
भूमि पूजन कार्यक्रम में सीएम ने कहा, ‘यह हमारा एकमात्र ऐसा प्रोजेक्ट है, जहां 13 मंजिल की हाईराइज बिल्डिंग्स बनेंगी। फैकल्टी का रेसिडेंशियल कैम्पस भी यहीं होगा। कम से कम जगह में ज्यादा से ज्यादा सुविधाएं मिलेंगी। फैकल्टी का रेसिडेंशियल कैम्पस भी यहीं होगा। कोई भी चिकित्सा क्षेत्र की सर्जरी, बीमारी का इलाज यहीं होगा, कहीं जाने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा, 55 साल पहले प्रदेश में 5 मेडिकल कॉलेज थे। अब 17 चल रहे हैं। 13 प्राइवेट मेडिकल कॉलेज भी हैं। इस हिसाब से 30 मेडिकल कॉलेज एमपी में हैं। पीपीपी मोड पर 12 मेडिकल कॉलेज और बन रहे हैं। 8 सरकारी मेडिकल कॉलेज निमार्णाधीन हैं। 5 आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज भी जल्द शुरू होंगे।
डिप्टी सीएम ने की सीएम की तारीफ
मेडिसिटी और मेडिकल कॉलेज के भूमि पूजन कार्यक्रम में डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ल ने कहा, ‘डॉ. मोहन यादव को सीएम बने हुए एक साल भी पूरे नहीं हुए और उज्जैन को मेडिसिटी बनाया जा रहा है। प्रदेश में कई मेडिकल कॉलेज खुलने जा रहे हैं। इससे प्रदेश में एमबीबीएस की 8 से 10 हजार सीट बढ़ेंगी।’