देवघर। झारखंड में चुनावी बिगुल बज चुका है। 13 और 20 नवंबर को वोटिंग होगी। 23 नवंबर को नतीजे आएंगे। इससे पहले झारखंड में दल-बदल का खेल शुरू है। इसी कड़ी में राज्य में सत्तारूढ़ दल झारखंड मुक्ति मोर्चा को बड़ा झटका लगा है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के प्रस्ताव बने मंडल मुर्मू ने भाजपा का दामन थाम लिया है। मुर्मू को केन्द्रीय कृषि झारखंड के भाजपा के चुनाव प्रभारी शिवराज सिंह चौहान और सह प्रभारी हिमंत बिस्वा सरमा ने भाजपा की सदस्यता दिलाई। बता दें कि हेमंत सोरेन बरहेट विधानसभा सीट से मैदान में हैं। वह इस सीट से पिछली बार भी चुनाव जीते थे और राज्य की बागडोर संभाली थी।
मंडल मुर्मू को भाजपा की सदस्यता दिलाने के बाद असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि मुर्मू हमारे लिए प्रचार करने या वोट पाने के लिए हमारी पार्टी में शामिल नहीं हुए। वह राजनेता भी नहीं हैं। मंडल मुर्मू का हमारी पार्टी में योगदान का मतलब है कि हमें सिद्धो-कान्हो, फूलो झानो का आशीर्वाद मिला है। उन्होंने कहा कि मंडल मुर्मू कई दिनों से हमारे संपर्क में थे। उनका हमारे साथ आना संगठन के लिए बड़ी बात है।
‘बरहेट विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने का आॅफर’
हिमंत ने कहा कि संताल परगना में आदिवासियों के मान की रक्षा को लेकर आगे की रणनीति तय की जाएगी। मंडल मुर्मू को बरहेट विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने का आॅफर दिया गया था, लेकिन उन्होंने इनकार कर दिया। उन्होंने इसकी वजह यह बताई कि जब वे किसी उम्मीदवार के प्रस्तावक बन गए हैं, तो ऐसे में वे उनके खिलाफ ही चुनाव नहीं लड़ेंगे।
‘अपनी इच्छा से भाजपा में शामिल हो रहा हूं’
मंडल मुर्मू ने कहा कि मैं अपने पूर्वजों का नमन करता हूं। सिद्धो-कान्हो, फूलो झानो ने इस देश के लिए अपना बलिदान दिया। मैं उसी परिवार से हूं। मैं अपनी इच्छा से भाजपा में शामिल हो रहा हूं। हम संथाल परगना में जनसांख्यिकी के संबंध में पहल करेंगे।