लखनऊ। जयप्रकाश नारायण यानी जेपी का आज जन्म दिन है। उनका जन्म 11 अक्टूबर 1902 को बिहार में सारन के सिताबदियारा में हुआ था। जेपी की जयंती पर उत्तरप्रदेश का सियासी पारा हाई हो गया है। इसकी बड़ी वजह है जहां सपा सुप्रीम अखिलेश जेपी सेंटर में श्रद्धांजलि जयप्रकाश को श्रद्धांजलि देने पर अड़े हुए हैं। तो वही यूपी की योगी सरकार ने अखिलेश के कैंपस में जाने पर रोक लगा दी है।
यहीं नहीं जेपी सेंटर के गेट पर टीन की बड़ी दीवार लगा दी गई। सपा सुप्रीमो के घर के बाहर बैरिकेडिंग लगाकर ट्रैफिक को बंद कर दिया गया है, अखिलेश यादव की सुरक्षा में तनाव पुलिस फोर्स के अलावा किसी के भी आने जाने पर पाबंदी लगा दी गई है। सपा अध्यक्ष के आवास की तरफ जाने वाले दोनों तरफ के रास्तों पर पुलिस ने करीब 200 मीटर पर ही बैरिकेडिंग लगाई है। बताया जा रहा है कि अखिलेश ने 10 बजे जेपीएनआईसी में जाकर जेपी की प्रतिमा का माल्यार्पण करने का ऐलान किया था। अखिलेश के ऐलान के बाद यूपी सरकार ने लखनऊ पुलिस ने जेपीएनसी पर बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स को तैनात करने का आदेश दिया। योगी सरकार द्वारा इस तरह बाड़ेबंदी किए जाने पर अखिलेश ने बड़ा हमला बोला है और कई आरोप भी लगाए हैं।
अखिलेश सोशल मीडिया साइट एक्स पर एक पोस्ट कर लिखा है कि ‘भाजपाई लोग हों या इनकी सरकार, इनका हर काम नकारात्मक का प्रतीक है। पिछली बार की तरह समाजवादी लोग कहीं जय प्रकाश नारायण जी की जयंती पर उनकी मूर्ति पर माल्यार्पण करने न चले जाएं, इसीलिए उन्हें रोकने के लिए हमारे निजी आवास के आसपास बैरिकेडिंग कर दी गयी है’ भाजपाई लोग हों या इनकी सरकार, इनका हर काम नकारात्मक का प्रतीक है। पिछली बार की तरह समाजवादी लोग कहीं ह्यजय प्रकाश नारायण जीह्ण की जयंती पर उनकी मूर्ति पर माल्यार्पण करने न चले जाएं, इसीलिए उन्हें रोकने के लिए हमारे निजी आवास के आसपास बैरिकेडिंग कर दी गयी है।
अखिलेश ने आगे लिखा कि गेट के बाहर वाटर कैनन के साथ आंसू गैस गोले छोड़ने के लिए वाहन को तैनात कर दिया गया है। आरएएफ की टुकड़ी के साथ महिला पुलिस फोर्स को तैनात किया गया है। रोड पर भारी बेरिकेटिंग्स कर दी गई है जिससे कोई गेट तक ना पहुंच पाए। जॉइंट कमिश्नर खुद फोर्स के साथ जेपीएनआईसी पर मौजूद है जहां पूरी रोड को बेरिकेटिंग से ब्लॉक कर दिया गया। यह आम जनमानस का रास्ता है। लखनऊ विकास प्राधिकरण ने जयप्रकाश नारायण की जयंती के अवसर पर जेपीएनआईसी जाने के अखिलेश यादव के कार्यक्रम के संबंध में एलडीए सचिव ने एक पत्र जारी किया है। इसमें लिखा है, ‘जेपीएनआईसी एक निर्माण स्थल है, जहां निर्माण सामग्री बेतरतीब ढंग से फैली हुई है और बारिश के कारण कई कीड़े होने की संभावना है। सपा प्रमुख अखिलेश यादव को जेड प्लस श्रेणी की सुरक्षा प्राप्त है, जिसके कारण सुरक्षा कारणों से उनका प्रतिमा पर माल्यार्पण करना और जेपीएनआईसी का दौरा करना सुरक्षित और उचित नहीं है।’
लखनऊ विकास प्राधिकरण ने कहा- अखिलेश का वहां जाना ठीक नहीं
लखनऊ विकास प्राधिकरण ने अखिलेश के कार्यक्रम को लेकर के पत्र जारी किया है। इसमें लिखा है, ‘जेपीएनआईसी एक निर्माण स्थल है, जहां निर्माण सामग्री बेतरतीब ढंग से फैली हुई है और बारिश के कारण कई कीड़े होने की संभावना है। सपा प्रमुख अखिलेश यादव को जेड प्लस श्रेणी की सुरक्षा मिली हुई है, जिसके कारण सुरक्षा कारणों से उनके लिए प्रतिमा पर माल्यार्पण करना और जेपीएनआईसी का दौरा करना सुरक्षित और उचित नहीं है।’
सरकार की नीयत ठीक नहीं: कांग्रेस
इस मामले पर यूपी कांग्रेस के अध्यक्ष अजय राय ने कहा, इस सरकार की नीयत ठीक नहीं है। पिछले साल भी इसी तरह की हरकतें की गई थीं। उन्होंने वाराणसी में सर्व सेवा संघ को ध्वस्त कर दिया और एक अच्छी जगह को नष्ट कर दिया। इसी तरह, मुझे लगता है कि वे उसे (जेपीएनआईसी) भी ध्वस्त करने और किसी बड़े व्यवसायी को बेचने की कोशिश कर रहे हैं, और इसीलिए वे ऐसा कर रहे हैं।।।यह सरकार तानाशाह की तरह काम कर रही है। लोगों की आवाजाही पर रोक लगाई जा रही है, मूर्तियों पर माल्यार्पण करने पर रोक लगाई जा रही है।
सपा सरकार में बना था जेपी सेंटर
समाजवादी पार्टी ने जेपी सेंटर को बेचने की तैयारी का आरोप लगाया। पिछले साल सपा प्रमुख अखिलेश यादव को जेपीएनआईसी के द्वार पर चढ़कर परिसर में स्थित जय प्रकाश नारायण की प्रतिमा पर माल्यार्पण करना पड़ा था। जेपीएनआईसी का उद्घाटन अखिलेश यादव ने 2016 में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान किया था। हालांकि, 2017 में राज्य में भाजपा के सत्ता में आने के बाद इमारत का काम बंद हो गया। इस केंद्र में जयप्रकाश नारायण व्याख्या केंद्र (संग्रहालय) के साथ-साथ अन्य सुविधाएं भी हैं।
इन सुविधाओं से लैस है जेपीएनआईसी
सपा शासन काल जयप्रकाश नारायण अंतरराष्ट्रीय केंद्र (जेपीएनआईसी) 800 करोड़ से ज्यादा लागत से बनाया गया है। बीजेपी सरकार ने इसमें करप्शन का आरोप लगाते हुए इसे बंद कर दिया था। जयप्रकाश नारायण इंटरनेशनल सेंटर में ओलंपिक साइज का टेनिस कोर्ट, मल्टीपरपज कोर्ट, बैडमिंटन कोर्ट, एक हजार लोगों की क्षमता वाला कॉन्फ्रेंस हाल, दो हजार लोगों की क्षमता वाला कनवेंशन सेंटर, गेस्ट हाउस, ओपन एयर रेस्टोरेंट, कैफेटेरिया, जिम, कुल 117 गेस्ट रूम, मदर किचन, टॉप फ्लोर पर पूल और हेलीपैड जैसी सुविधाएं हैं। हालांकि परिसर अब वीरान सा हो गया है और इसमें झाड़िया उग गई हैं।