लखनऊ । बसपा सुप्रीमो मायावती ने सोशल मीडिया के माध्यम से कांग्रेस पर जोरदार हमला बोला है। उन्होंने 1995 में हुए गेस्ट हाउस कांड का जिक्र कर कांग्रेस पर तीखा हमला बोला। उनके निशाने पर सपा भी रही। मायावती ने सोमवार को एक्स पर एक के बाद एक कई पोस्ट करते हुए लिखा कि ‘1995 में कांग्रेस के लोग कहां थे, जब सपा ने मुझ पर हमला कराया था। उन्होंने यह भी याद दिलाया कि जम सपा ने मेरे ऊपर हमला कराया था उस वक्त केंद्र में कांग्रेस की सरकार थी, लेकिन कांग्रेस ने अपना दायित्व क्यों नहीं निभाया?’ खास बात यह रही की इस दौरान मायावती ने भाजपा की तारीफ भी उन्होंने कहा कि भाजपा ने उन्हें बचाया था।
मायावती ने आगे लिखा कि जब मान्यवर कांशीराम जी को अपनी बीमारी की गम्भीर हालत में भी हॉस्पिटल छोड़कर रात को इनके मा. गृह मंत्री को भी हड़काना पड़ा था और विपक्ष ने भी संसद को घेरा, तब जाकर यह कांग्रेसी सरकार हरकत में आई थी। क्योंकि उस वक्त केंद्र की कांग्रेसी सरकार की भी नीयत खराब हो चुकी थी, जो कुछ भी अनहोनी के बाद यहां यूपी में राष्ट्रपति शासन लगाकर, पर्दे के पीछे से अपनी सरकार चलाना चाहती थी, जिनका यह षड़यन्त्र बीएसपी ने फेल कर दिया था।
कांग्रेस को बीच-बीच में तकलीफ क्यों होती है?
मायावती ने आगे लिखा- साथ ही, उस समय सपा के आपराधिक तत्वों से बीजेपी सहित समूचे विपक्ष ने मानवता व इंसानियत के नाते मुझे बचाने में जो अपना दायित्व निभाया है तो इसकी कांग्रेस को बीच-बीच में तकलीफ क्यों होती रहती है, लोग सचेत रहें। इसके इलावा, बीएसपी वर्षों से जातीय जनगणना के लिए पहले केंद्र में कांग्रेस पर और अब बीजेपी पर भी अपना पूरा दबाव बना रही है, जिसकी पार्टी वर्षों से इसकी पक्षधर रही है तथा अभी भी है। लेकिन जातीय जनगणना के बाद, क्या कांग्रेस एससी/एसटी व ओबीसी वर्गों का वाजिब हक दिला पाएगी? जो एससी/एसटी आरक्षण में वर्गीकरण व क्रीमीलेयर को लेकर अभी भी चुप्पी साधे हुए है, जवाब दे।