भोपाल। रबी सीजन की बुवाई का समय आते ही मध्यप्रदेश में खाद की कालाबाजारी का दौर शुरू हो गया है। कई जिलों में हालात ऐसे है कि किसान खाद के रात भर लाइन में लगे रहते हैं और सुबह उन्हें खाली हाथ ही लौटना पड़ता है। चौंकाने वाली बात यह है कि कृषि मंत्री के जिले में भी किसानों को खाद के लिए परेशान होना पड़ा रहा है। हालांकि खाद को लेकर सरकार ने कल गुरुवार को बड़ी बैठक की थी और सीएम मोहन यादव ने निर्देश दिए हैं कि खाद की कालाबाजारी करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाए। अब खाद को लेकर मप्र में सियासत भी शुरू हो गई है। मप्र कांग्रेस के दिग्गज नेता और और पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने खाद की कालाबाजारी को लेकर मप्र सरकार को आड़े हाथों लिया है। उन्होंने यहां तक कहा है कि खाद की कालाबाजारी में सरकार और प्रशासन दोनों की हिस्सेदारी है। हालांकि भाजपा ने भी उन पर पलटवार किया है।
दिग्विजय सिंह सोशल मीडिया साइट एक्स पर लिखा कि सहकारिता और विपणन संघ के माध्यम से खाद का वितरण हो। निजी क्षेत्र से खाद के विपणन में जमकर धांधली हो रही है। कालाबाजारी पर अंकुश लगाने में सरकार नाकाम है। फर्टिलाइजर को लेकर प्रदेश को हर साल 8 लाख मैट्रिक टन की आवश्यकता पड़ती है। सिर्फ 15 फीसदी मांग ही पूरी हो पाती है। प्रदेश के लगभग हर गांव के पास सरकारी गोदाम है। ईमानदारी से सरकार फर्ज निभाएं और व्यवस्था में परिवर्तन करें। कहा कि- प्रदेश का किसान परेशान है। सरकार को इस दिशा में कदम उठाना चाहिए।
प्रदेश में अब माफिया राज के लिए कोई जगह नहीं: भाजपा प्रवक्ता
दिग्विजय सिंह के बयान पर बीजेपी ने पलटवार किया है। बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता, अजय सिंह यादव ने कहा कि-दिग्विजय सिंह और उनसे जुड़े माफिया नहीं उठा पा रहे मोहन सरकार में लाभ, इसलिए परेशान हो रहे है। प्रदेश में माफिया राज के लिए अब कोई जगह नहीं है। प्रदेश में किसान खुशहाल है। किसानों की आय दोगुनी करने का बीजेपी का संकल्प है।दिग्विजय सिंह झूठ और फरेब की राजनीति करते हैं। वे प्रदेश की जनता को गुमराह करना चाहते और तथ्यहीन आरोप लगा रहे है।