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केरल में कुदरत का कहर: वायनाड में भूस्खलन ने ली 84 लोगों की जान, मलबे में 400 से ज्यादा के दबने की आशंका

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वायनाड (केरल)। केरल में प्राकृतिक आपदा ने बड़ी तबाही मचाई है। यहां के वायनाड जिले में मंगलवार सुबह हुए भूस्खलन से तीन बच्चों समेत 84 लोगों की मौत हो गई है। छह शव मेप्पाडी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और पांच शव एक निजी मेडिकल कॉलेज में लाए गए हैं। जबकि करीब 400 से ज्यादा लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका है। लोगों को बचाने के लिए बड़े पैमाने पर रेस्क्यू अभियान चलाया जा रहा है। स्थानीय आपदा मोचन बल के जवान राहत और बचाव कार्य चला रहे हैं। हालांकि भारी बारिश के कारण रेस्क्यू आॅपरेशन चलाने दल को परेशानियों का सामना करना पड़ा रहा है। जानकारी के मुताबिक भूस्खलन मंगलवार की सुबह तड़के करीब 2 बजे हुई। इतना ही नहीं इसके बाद सुबह करीब 4.10 बजे फिर एक बार भूस्खलन हुआ। इसमें 4 गांव बह गए। घर, पुल, सड़कें और गाड़ियां भी बह गईं।

केरल के मुख्यमंत्री पिनारई विजयन ने कहा कि केरल के वायनाड जिले में मेप्पाडी के पास पहाड़ी इलाकों में बड़े पैमाने पर भूस्खलन होने के मद्देनजर सभी सरकारी एजेंसियां खोज और बचाव अभियान में शामिल हो गई हैं। पिनारई विजयन ने बताया कि सभी सरकारी एजेंसियां राहत और बचाव कार्य में एकजुट होकर नागरिकों की मदद कर रही हैं। स्वास्थ्य विभाग के राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन ने एक नियंत्रण कक्ष खोला है और आपातकालीन फोन नंबर 9656938689, 8086010833 जारी किए हैं। इसके अलावा, वायुसेना के दो हेलीकॉप्टर एमआई-17 और एक एएलएच सुबह साढ़े सात बजे सुलूर से उड़ान भरेंगे। वहीं इस घटना पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने दुख जताया है।

वायनाड के कुछ हिस्सों में भूस्खलन से व्यथित: पीएम मोदी
पीएम मोदी ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर कहा, ‘वायनाड के कुछ हिस्सों में भूस्खलन से व्यथित हूं। मेरी संवेदनाएं उन सभी लोगों के साथ हैं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया है और घायलों के लिए प्रार्थना करता हूं। वर्तमान में प्रभावित सभी लोगों की सहायता के लिए बचाव अभियान चल रहा है। केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन से बात की और वहां मौजूदा स्थिति के मद्देनजर केंद्र से हर संभव मदद का आश्वासन दिया है।’ वहीं राहुल गांधी ने कहा, ‘वायनाड में मेप्पाडी के पास बड़े पैमाने पर भूस्खलन से मैं बहुत दुखी हूं। मैंने केरल के मुख्यमंत्री और वायनाड जिला कलेक्टर से बात की है, जिन्होंने मुझे आश्वासन दिया है कि बचाव अभियान चल रहा है। मैंने उनसे सभी एजेंसियों के साथ समन्वय सुनिश्चित करने, एक नियंत्रण कक्ष स्थापित करने और राहत प्रयासों के लिए आवश्यक किसी भी सहायता के बारे में हमें सूचित करने का अनुरोध किया है।

राहत और बचाव कार्यों में एनडीआरएफ से भी मदद
केरल राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के मुताबिक अग्निशमन और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की टीमों को वायनाड और भूस्खलन प्रभावित इलाकों में तैनात किया गया है। एनडीआरएफ की एक अतिरिक्त टीम भी वायनाड भेजी गई है। केएसडीएमए ने अपने आधिकारिक फेसबुक पेज पर मंगलवार तड़के भूस्खलन की जानकारी दी। इस पोस्ट के अनुसार, कन्नूर रक्षा सुरक्षा कोर की दो टीमों को भी राहत और बचाव कार्यों में मदद के लिए वायनाड जाने का निर्देश दिया गया है।

इन इलाकों में सबसे अधिक नुकसाान
जिले के अधिकारियों ने बताया कि मुंडक्कई, चूरलमाला, अट्टामाला और नूलपुझा गांव भूस्खलन से प्रभावित हुए हैं। कई इलाकों का जिला मुख्यालय से संपर्क कट गया है। राज्य में यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (यूडीएफ) विधायक टी सिद्दीकी ने सोशल मीडिय पर जारी एक वीडियो संदेश में कहा, वायनाड जिला अधिकारी मुंडक्कई इलाके से लोगों को हवाई मार्ग से निकालने की योजना बना रहे हैं। फिलहाल, भूस्खलन में लापता और मृत लोगों के बारे में पूरी जानकारी नहीं है। एनडीआरएफ के जवान उन जगहों तक पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं जिनका संपर्क कट गया है

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