पटना। लोकसभा का चुनाव समाप्त होने के बाद रिजल्ट भी आ गया है और एक बार फिर केन्द्र में नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व की सरकार बनने जा रही है। सब कुछ ठीक-ठाक रहा तो 9 जून को शाम 6 शपथ ग्रहण समारोह होगा। समारोह को भव्य बनाने के लिए तैयारियां जोरों पर चल रही है। इन सबके बीच बिहार में एक बार फिर पोस्टर वार हो शुरू हो गया है। दरअसल राजधानी पटना में एक पोस्टर लगा है जिसमें सीएम नीतीश कुमार को टाइगर बताया गया है। पोस्टर पर सीएम नीतीश कुमार की बड़ी सी तस्वीर लगाई गई है। साथ में एक बाघ (टाइगर) की भी तस्वीर लगाई गई है और लिखा गया है ‘टाइगर जिंदा है’। पटना में लगे नीतीश कुमार के ये पोस्टर चर्चा का विषय बन गए हैं।
बता दें कि लोकसभा चुनाव में एनडीए गठबंधन को 393 सीटों पर जीत मिली है। जीत के बाद गठबंधन में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का कद बढ़ गया है। पार्टी कार्यकर्ताओं में भी पूरा जोश है। इस बीच पटना में नीतीश कुमार के दिलचस्प पोस्टर लगाए गए हैं। नीतीश कुमार का ये पोस्टर अगले कुछ दिनों में एनडीए सरकार के शपथ ग्रहण से पहले लगाया गया है। ऐसे में कहा जा रहा है कि ये पोस्टर केंद्र की राजनीति में नीतीश कुमार के बढ़ते सियासी कदम की ओर इशारा कर रहा है। यह पोस्टर पटना के कोतवाली थाने के पास लगा है। पोस्टर पर लगाने वाले का नाम सोना सिंह लिखा गया है। सवाल उठ रहा है कि इस पोस्टर को लगाकर किसे मैसेज देने की कोशिश की जा रही है?
नीतीश बने हैं किंगमेकर
इस बीच बिहार बीजेपी अध्यक्ष और राज्य के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा ने बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि हम 2025 का विधानसभा चुनाव नीतीश कुमार के नेतृत्व में लड़ेंगे। उन्होंने कहा कि बिहार में 1996 से हम नीतीश कुमार के नेतृत्व में चुनाव लड़ रहे हैं। बता दें लोकसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद से नीतीश कुमार एनडीए में किंग मेकर की भूमिका में हैं। बीजेपी और जेडीयू दोनों पार्टियों को इस बार के लोकसभा चुनाव में 12-12 सीटें आईं हैं। जेडीयू ने 16 और बीजेपी ने 17 सीटों पर चुनाव लड़ा था। सबसे अधिक नुकसान बीजेपी का हुआ है।
मैजिक नंबर को नहीं छू पाई भाजपा
ज्ञात हो कि लोकसभा चुनाव में एनडीए को 543 में से 293 सीटें मिलीं, जबकि इंडिया ब्लॉक को 233 जगहें मिल सकीं। भाजपा को 240 सीटों के साथ बहुमत तो मिला, लेकिन वो मैजिक नंबर 272 को नहीं छू सकी, जिसके दम वो अकेले सरकार बना सकती थी। भाजपा समेत पूरा एनडीए फिलहाल आंध्रप्रदेश की तेलुगु देशम पार्टी और बिहार के जनता दल (यूनाइटेड) के भरोसे है, नीतीश की पार्टी जेडीयू को 12 सीटें मिली हैं जो एनडीए में टीडीपी (16) के बार सबसे बड़ी भागीदार है