भोपाल। ग्वालियर स्थित जीवाजी विश्वविद्यालय में इंस्टीट्यूट आॅफ मेडिकल साइंस एंड रिसर्च की स्थापना को लेकर केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्स सिंधिया सक्रिय हो गए हैं। इतना ही नहीं, उन्होंने इसके लिए मुख्यमंत्री मोहन यादव को एक पत्र भी लिखा है। जिसमें सिंधिया ने सीएम से इसकी स्वीकृति देने की मांग की। केन्द्रीय मंत्री ने यह भी लिखा है मुझे खुशी होगी कि इस पर आप उचित कार्यवाही करेंगे और इससे मुझे अवगत भी कराएंगे।
सिंधिया ने लिखा मैं इस पत्र के साथ प्रो. अविनाश तिवारी, कुलपति, जीवाजी विश्वविद्यालय, ग्वालियर (म.प्र.) द्वारा प्रेषित पत्र आपको अग्रेषित कर रहा हूं, जिसमें इनके द्वारा जीवाजी विश्वविद्यालय, ग्वालियर (म.प्र.) में इंस्टीट्यूट आॅफ मेडीकल साइंस एण्ड रिसर्च की स्थापना करवाए जाने के लिए मध्यप्रदेश शासन से संस्थान के लिए उपकरण, निर्माण कार्य, शैक्षणिक एवं अशैक्षणिक पदों की स्वीकृति की आवश्यकता है। इसके लिए अनावर्ती व्यय 500 करोड़ और आवत्ती व्यय 22.62 करोड़ रुपए प्रतिवर्ष की जरूर होगी।
बता दें प्रदेश में निरामय इंफ्रास्ट्रक्चर मिशन में अटल मेडिसिटी स्थापित करने की योजना है। वहीं, एम्स की तर्ज पर प्रत्येक संभाग में मध्य प्रदेश इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल साइंस खुलने है। भाजपा ने मध्य प्रदेश संकल्प पत्र-2023 में हर नागरिक को स्वास्थ्य सुरक्षा की गारंटी दी है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने अधिकारियों को पदभार ग्रहण करने के बाद ही संकल्प पत्र की गारंटी का रोडमैप बनाकर पूरा करने के निर्देश दिए थे।