भोपाल । कांग्रेस की पत्रकार-वार्ता और उसके शक्ति अभियान को लेकर भाजपा नेत्री और राज्य सांसद कविता पाटीदार ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। पाटीदार ने गुरुवार को कहा कि कांग्रेस के जो नेता आज शक्ति अभियान का झुनझुना दिखाकर महिलाओं के लिए मीठी-मीठी बातें कर रहे हैं, यही कांग्रेसी उन्हें टंच माल और आइटम कहकर संबोधित करते हैं। क्या महिलाओं के प्रति ऐसी जहरीली सोच रखने वाले कांग्रेस के नेता महिला नेतृत्व को उभरने देंगे?
भाजपा नेत्री नेत्री यहीं नहीं रुकी। उन्होंने आगे भी निशाना साधते हुए कहा कि जिस कांग्रेस पार्टी का इतिहास महिला उत्पीड़न और उनके शोषण की घटनाओं से भरा रहा हो, वो आज महिलाओं के हित की बात कर रही है। कांग्रेस पार्टी इस अभियान के माध्यम से देश और प्रदेश की माता-बहनों की आंखों में धूल झोंकना चाहती है और उन्हें भ्रमित करने का प्रयास कर रही है, जो एक नौटंकी से ज्यादा कुछ नहीं है। जिनका इतिहास महिला उत्पीड़न और शोषण से भरा, वो महिला हित की बात क्यों करेंगे?
सीएम का मजाक उड़ाना राजद्रोह की श्रेणी में
भाजपा नेत्री ने कहा कि युवक कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष मितेंद्र दर्शन सिंह ने मध्यप्रदेश सरकार की सर्वाधिक लोकप्रिय लाड़ली बहना योजना का मजाक उड़ाते हुए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के विरूद्ध एक भ्रामक वीडियो सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट किया है। यह मुख्यमंत्री जैसे संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्ति का मजाक उड़ाना है, राजद्रोह की श्रेणी में आता है तथा प्रदेश की साढ़े आठ करोड़ जनता का अपमान है।
सीएम के खिलाफ वीडियो पोस्ट करना घोर आपत्तिजनक
राज्य सभा सांसद ने कहा कि सीएम यादव के खिलाफ पोस्ट किए गए इस वीडियो में जिस तरह के शब्दों का प्रयोग किया है, वह घोर आपत्तिजनक है। इस तरह की भाषा और शब्दावली प्रदेश की शांति व्यवस्था को बिगाड़ने और समाज में भ्रम तथा खौफ पैदा करने का प्रयास है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में भाजपा की सरकार है और प्रदेश का वातावरण खराब करने के हर मामले में कानून अपना काम करेगा तथा ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई भी होगी, जो जानबूझकर इस तरह का प्रयास कर रहे हैं।
कांग्रेस का इतिहास नारीशक्ति के अपमान से भरा
कविता पाटीदार ने कहा कि कांग्रेस का इतिहास नारीशक्ति के अपमान, उत्पीड़न और शोषण की घटनाओं से भरा पड़ा है। चाहे तंदूर में जलाई गई नैना साहनी की कहानी हो, अग्निस्नान पर विवश सरला मिश्रा का मामला हो, या फिर नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार के ही बंगले पर सोनिया भारद्वाज द्वारा फांसी लगाकर आत्महत्या करने की घटना हो, इन सभी में कांग्रेस का महिला विरोधी चेहरा दिखाई देता है।