मुंबई। महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव होने में अब तीन हफ्ते से भी कम का समय बचा है। सभी 288 सीटों पर 20 नवंबर को मतदान होगा। वोटिंग की तारीख जैसे-जैसे नजदीक आती जा रही है। जुबानी हमले भी तेज होते जा रहे हैं। इसी क्रम में महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे ने शिवसेना (यूबीटी) के प्रमुख उद्धव ठाकरे पर तीखा हमला बोला है। शिंदे ने एक बातचीत के दौरान कहा कि उद्धव ने सिर्फ सीएम बनने के लिए कांग्रेस के साथ गठबंधन किया था। ‘बाला साहेब ठाकरे कहते थे कि कांग्रेस को दूर रखो। इस दौरान शिंदे ने शिवसेना में दोफाड़ होने की वजह पर भी खुलकर बात की। शिंदे ने ईवीएम पर सवाल उठाने वालों पर भी पलटवार किया।
एकनाथ शिंदे ने कहा, ‘जब राज्य में महा विकास अघाड़ी की सरकार थी, उसमें भी मैं था। लेकिन वो सरकार बाला साहेब ठाकरे के विचारों के खिलाफ थी। मैंने उद्धव ठाकरे को बहुत समझाया लेकिन उन्होंने सीएम बनने के लिए कांग्रेस के साथ गठबंधन किया।’ऐसे में हमारी पार्टी का नुकसान हो रहा था, हमारी पार्टी खत्म होने की कगार पर चलने लगी थी, इसीलिए हमने सरकार पलट दी और शिवसेना भाजपा गठबंधन की सरकार बनाई। इस दौरान शिंदे ने यह भी कहा कि बाला साहेब ठाकरे कहते थे कि कांग्रेस को दूर रखो।
मैं हूं टीम लीडर
लोकसभा चुनाव और सीएम फेस को लेकर शिंदे ने कहा, ‘लोकसभा चुनाव में वोट शेयर शिवसेना की तरफ गया था। इन चुनावों में भी यही होगा। फिलहाल मैं टीम लीडर हूं। हमारी टीम काम कर रही है। हमारी टीम में सभी लोग बराबर हैं। हमारा लक्ष्य महायुति सरकार लाना और राज्य का विकास करना है।’ शिंदे ने कहा, ‘पिछले दो साल में हमने जनता के लिए काम किया। मुझे इस बात की खुशी है कि हमने दो साल में जो काम किया है, उसकी सराहना खुद प्रधानमंत्री मोदी ने की। केंद्र और राज्य सरकार एक ही विचारधारा वाली सरकार है। इससे हमें बहुत फायदा हुआ है। मैं खुद को उट मतलब ‘कॉमन मैन’ समझता हूं।’
विपक्ष के आरोपों पर भी बरसे शिंदे
विपक्ष के आरोपों पर शिंदे ने कहा कि विपक्ष को लग रहा था कि ये कठपुतलियां हैं। उन्हें ये नहीं पता था कि हम इतनी बड़ी योजनाएं चलाएंगे। इंडस्ट्री हम पर भरोसा करेगी। हमारी सरकार लोगों के लिए काम कर रही है। पिछली सरकार खुद के लिए काम करती थी। खुद की प्रॉपर्टी बनाने के लिए काम करती थी। वहीं ईवीएम पर लगाए जा रहे आरोपों पर शिंदे ने कहा, ‘जब फैसला उनके पक्ष में आया तो कहते हैं कि एश्ट ठीक है। जब वे हारते हैं तब कहते हैं कि एश्ट खराब है। चुनाव आयोग खराब है। न्यायालय पर भी आरोप लगाते हैं। जब उनको हार दिखती है तब बहाना चाहिए इसलिए बहाना पहले से बनाते हैं।’