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इंदौर को एक साथ मिली 4 फ्लाय ओवर की सौगात, बंजारा समाज के विरोध पर सीएम बोले- जिसके भाग्य फूटे, वो याद करें फूटी कोठी

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इंदौर। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने सोमवार को इंदौर को एक नहीं चार-चार फ्लाइओवर की सौगात दी। उन्होंने ने भंवरकुआं, फूटी कोठी फ्लाय ओवर के साथ खजराना और लवकुश चौराहे के फ्लाईओवर की एक-एक भुजा का एक साथ लोकार्पण किया। इंदौर विकास प्राधिकरण ने इन ब्रिजों के निर्माण पर 225 करोड़ रुपये खर्च किए हैं। कार्यक्रम में नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय और जल संसाधान मंत्री तुलसी सिलावट भी मौजूद थे।

सीएम ने कहा कि दशहरे के मौके पर इंदौर को आज 4 फ्लाय-ओवर की बड़ी सौगात मिली हैं। यातायात की समस्या को हल करते हुए इंदौर को प्रायोरिटी पर लिया गया है। इंदौर में ट्रैफिक समस्या को देखते हुए फ्लाय-ओवर की श्रृंखला बनी है, जो निरंतर जारी रहेगी। विकास के नए पैमाने पर इंदौर के मास्टर प्लान को लेकर काम किया जा रहा है, जिसके परिणाम जल्द आएंगे। सीएम ने कहा है कि इंदौर प्रदेश में विकास, उन्नति, प्रगति, व्यापार- व्यवसाय, कला, साहित्य और संस्कृति के लिए एक विशेष पहचान रखता हैं। इंदौर से मध्यप्रदेश की पहचान है जो हमारे लिए गर्व और आनंद की बात हैं। इंदौर जो करता है सबसे अलग करता है।

उन्होंने कहा कि यात्रियों की समस्या को देखते हुए लोकार्पण करने का नया तरीका निकाला हैं। पहले ब्रिज बनने के बाद लोकार्पण करते थे, हमने थोड़ा बदलाव किया हैं। जनता की समस्या को देखते हुए अभी जितना ब्रिज बना है उतना ही शुरू कर रहे हैं। इससे लोगों को राहत मिलेगी। उन्होंने कहा कि विकास निरंतर जारी रहेगा। सीएम ने इंदौर स्वच्छता के लिए पहचाना जाता है। इंदौर में 400 करोड़ की लागत से सीवरेज का काम होगा। आने वाले समय में इंदौर में किसी चौराहे पर ट्रैफिक जाम नहीं होगा। इसके लिए चाहे 25 ब्रिज बनाना पड़े, बनाए जाएंगे।

हम क्यों याद करें फूठी कोठी को
वहीं ओवरब्रिज के शिलान्यास के शिलालेख पर ब्रिज के नामकरण के कारण उठे विवाद को लेकर सीएम ने कहा कि ब्रिज का नामकरण सेवालाल महाराज के नाम से किया जा रहा है। फूटी कोठी नामकरण गया भाड़ में। हम क्यों फूठी कोठी को याद करें। बता दें कि उद्घाटन कार्यक्रम में बंजारा समाज का विरोध भी दिखा था। उनका कहना था, ‘जब फूटी कोठी ब्रिज का नाम संत सेवालाल महाराज के नाम पर रखना था, तो फिर फूटी कोठी क्यों नाम दिया गया?’ हंगामे को देखते हुए मंत्री कैलाश विजयवर्गीय खुद आगे आए और लोगों को समझाते हुए बोले, ‘चौराहे और ब्रिज का नाम संत सेवालाल महाराज ही होगा, फूटी कोठी नहीं होगा।’ बाद में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने भी फिर अपने भाषण में दोहराया, ‘जिसके भाग्य फूटे, वो फूटी कोठी याद करे। संत सेवालाल महाराज के नाम पर ब्रिज की सौगात दी है। सौगात का सिलसिला और बढ़ता जाएगा।’

इंदौर में प्रतापगढ़ से आता है नशा, यह कह विजवर्गीय ने चौंकाया
खास बात यह रही की कार्यक्रम में कैलाश विजयवर्गीय ने यह कहकर चौंका दिया कि इंदौर में प्रतापगढ़ से नशा आता है। मेरे पास इसकी पूरी जानकारी है। इस मामले में भोपाल पुलिस हस्तक्षेप करे। इसके बाद मुख्यमंत्री मोहन यादव ने अपने भाषण में कहा कि मालवा को किसी की नजर नहीं लगने दी जाएगी। अवैध काम करने वालों के खिलाफ अफसर सख्त एक्शन लें। सरकार की तरफ से पूरी छूट है।

मंत्री विजयवर्गीय बोले-चोरों की मां पकड़ में नहीं आ रही
कार्यक्रम में नगरीय विकास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा इंदौर में 25 से ज्यादा ब्रिज और अंडर ब्रिज की जरूरत है। कांग्रेस के शासनकाल में इंदौर में सिर्फ दो ब्रिज थे। भाजपा के शासनकाल में 28 ब्रिज बन गए। हम विकास के लिए राजनीति करते हैं। उन्होंने कहा कि शहर में ट्रैफिक की समस्या है। दूसरी समस्या नशे की है। हमें पुलिस की कार्रवाई से संतोष है, लेकिन संतुष्टि नहीं है। चोर पकड़ में रहे हैं, लेकिन चोर की मां पकड़ में नहीं आ रही है। इंदौर में प्रतापगढ़ से नशा आता है। मुझे तो नशे के सौदागरों के नाम भी मालूम है। हमें इंदौर में नशे को जड़ से खत्म करना है। इंदौर अहिल्या माता की नगरी है। यहां संस्कार है, संस्कृति है। महिलाएं रात को निडर होकर निकलती हैं, लेकिन कई बार नशा करने वाले शहर को बदनाम करते हैं।

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