भोपाल। मुख्यमंत्री मोहन यादव मंगलवार को मप्र के नक्सल प्रभावित जिला बालाघाट के दौरे पर पहुंचे। यहां वह स्वदेशी रोजगार मेला कार्यक्रम में शामिल हुए। कार्यक्रम में स्वदेशी विचारक भैया जी जोशी भी मौजूद रहे। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएम मोहन ने कहा कि हमारी सरकार प्रदेश के बजट को आगामी 5 साल में 7 लाख करोड़ तक ले जाने का लक्ष्य रखा गया हैं। उन्होंने कहा कि हमारी प्रदेश में जब सरकार बनी तो सवा तीन लाख करोड़ का बजट था और अब हमने उसे साढ़े 3 लाख करोड़ रुपए कर दिया हैं। आगे यह लक्ष्य पांच साल में 7 लाख करोड़ का हैं। जिससे हम पीम नरेन्द्र के देश को 2027 तक 5 ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी बनाने के लक्ष्य में महत्वपूर्ण योगदान दे सकें।
डॉ. यादव ने मेले में शासकीय विभागों की प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया। साथ ही युवाओं को आॅफर लेटर और दिव्यांगता प्रमाण-पत्र प्रदान किए और युवाओं से संवाद किया। वहीं उन्होंने कहा कि पीएम मोदी नेतृत्व में स्वदेशी स्टार्ट-अप, मेक-इन-इंडिया और वोकल-फॉर-लोकल के प्रेरणादायक आह्वान ने देश में उद्यमिता के पुनर्जागरण की अलख जगाई है। भारत आज इंग्लैंड को पीछे छोड़कर दुनिया की 5वीं सबसे बड़ी आर्थिक शक्ति बन गया है।
मेले का अर्थ मेल-जोल
मुख्यमंत्री ने कहा कि मेला का अर्थ मेल-जोल है और इसमें व्यापार के साथ ही सांस्कृतिक मेलजोल को बढ़ावा देना जरूरी है। उन्होंने कहा कि स्वदेशी मेले का प्रारंभ वर्ष 1999 से निरंतर विभिन्न स्थानों पर किया जा रहा है। मुम्बई से प्रारंभ स्वदेशी मेले में स्वदेशी उत्पादों के प्रदर्शन और विक्रय से छोटे-बड़े उद्योगों को बल मिला है। यह केवल मेला ही नहीं स्वदेशी मेले के रूप में मिनी इंडिया का स्वरूप देखने को मिल रहा है। यहां अलग-अलग प्रांतों की लोककला और कारीगरी को एक स्थान और एक मंच पर देखने का अवसर मिलता है।
हमारे युवा उद्यमशील होकर नौकरी देने वाले बन रहे
सीएम ने कहा कि पहले हमारा देश सोने की चिड़िया हुआ करता था, हम दुनिया की शीर्षस्थ अर्थव्यवस्था थे और हमारे उद्योग, धंधे, मसाले, रेशम और मलमल जैसे चमत्कारी वस्त्र दुनिया भर में मशहूर थे। कहा जाता है कि ढाका का बना मलमल अंगूठी के छल्ले से निकल जाता था। अंग्रेजों ने हमारी इसी स्वदेशी ताकत को कमजोर बना दिया। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री के प्रोत्साहन और प्रेरणा से देश के साथ ही प्रदेश के युवा ने भी नौकरी मांगने नहीं, देने वाले बनने के गंभीर और दूरदर्शी संदेश को समझा। आज हमारे यहां 37 हजार से भी अधिक स्वदेशी स्टार्ट-अप सक्रिय हैं। हमारा युवा उद्यमशील होकर नौकरी देने वाला बन रहा है।
मेला हमारे जीवन का अभिन्न अंग
बालाघाट में आयोजित स्वदेशी मेले के शुभारंभ में स्वदेशी विचारक भैयाजी जोशी ने कहा कि मेले हमारे जीवन के अभिन्न अंग हैं और इनमें स्वदेशी के समावेश से हम आर्थिक रूप से शक्तिशाली बन रहे हैं। जोशी ने प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व की सराहना करते हुए कहा कि उनके प्रयासों से भारत सभी क्षेत्रों में विश्व में अग्रणी बन रहा है। चिकित्सा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी हमने इतना विकास किया है कि आज विदेशी भी इलाज के लिये भारत आते हैं।