ठाणे। महाराष्ट्र के बदलापुर में बच्चियों के साथ यौन उत्पीड़न की घटना के बाद बवाल मचा हुआ है। घटना के बाद मंगलवार को आक्रोशित भीड़ ने रेलवे ट्रैक जाम कर दिया। पुलिस पर पथराव और स्कूल में भी तोड़फोड़ की थी। हालांकि प्रशासन ने ट्रेनों की आवाजाही सुचारू रूप से चालू रहे इसके लिए भारी मात्रा में पुलिस बल तैनात कर दिया था। वहीं अफवाहों को रोकने के लिए प्रशासन ने इंटरनेट की सेवाएं बंद कर दी थी। वहीं आज बुधवार को विरोध प्रदर्शन और बवाल करने पर पुलिस ने 300 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। जबकि 40 लोगों को गिरफ्तार किया गया। ठाणे पुलिस का कहना है कि गिरफ्तार किए गए लोगों को आज कोर्ट में पेश किया जाएगा।
इस घटना को लेकर मध्य रेलवे जीआरपी के डीसीपी मनोज पाटिल ने कहा कि स्थिति सामान्य है। रेलवे की आवाजाही भी सामान्य है। अब कोई धारा नहीं लगाई गई है। इंटरनेट सेवाएं कुछ दिनों के लिए निलंबित रहेंगी, ताकि अफवाहें न फैलें। वहीं पुलिस ने बताया कि विरोध प्रदर्शन और बवाल करने पर पुलिस ने 300 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। जबकि 40 लोगों को गिरफ्तार किया गया। बता दें कि मंगलवार को मामला सामने आने के बाद हजारों लोग बदलापुर रेलवे स्टेशन पर एकत्र हुए और विरोध प्रदर्शन किया। इसके कारण 12 एक्सप्रेस और मेल ट्रेनों का रूट बदलना पड़ा। 30 लोकल ट्रेनों को आंशिक रूप से रद्द करना पड़ा और कुछ लंबी दूरी की ट्रेनों का रूट भी बदला।
बदलापुर में क्या हुआ था?
बदलापुर पूर्व के एक नामी स्कूल में दो बच्चियों के साथ यौन उत्पीड़न की घटना ने पूरे इलाके में रोष व्याप्त कर दिया है। बच्चियों के साथ यौन उत्पीड़न का आरोप स्कूल टॉयलेट साफ करने वाले व्यक्ति अक्षय शिंदे पर लगा है। रिपोर्ट के अनुसार, पीड़ितों में से एक चार साल की है और दूसरी छह साल की है। यह घटना 12 और 13 अगस्त को घटी थी। आरोपी अक्षय शिंदे को 1 अगस्त, 2024 को टॉयलेट साफ करने के लिए अनुबंध के आधार पर स्कूल में भर्ती किया गया था। स्कूल ने लड़कियों के शौचालयों की सफाई के लिए कोई महिला कर्मचारी नियुक्त नहीं की थी। इसका फायदा उठाते हुए आरोपी ने 12 और 13 अगस्त की कक्षाओं के दौरान बच्चों के साथ बदसलूकी की।
इस घटना के बारे में पता चला तो पूरे इलाके के लोग विरोध में सड़कों पर उतर आए और हजारों प्रदर्शनकारियों ने बदलापुर स्टेशन पर रेलवे ट्रैक जाम कर दिया। इससे लोकल ट्रेन सेवाएं ठप हो गईं। वहीं लंबी दूरी की ट्रेनों का रूट बदलना पड़ा। बदलापुर रेलवे स्टेशन पर आंदोलनकारियों ने पुलिस पर पथराव किया और स्कूल की इमारत में तोड़फोड़ कर दी। पुलिस ने रेलवे स्टेशन पर प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज कर नौ घंटे बाद विरोध प्रदर्शन खत्म कराया। इस पूरे मामले को लेकर विपक्षी दलों ने आरोप लगाया कि पीड़ित बच्चियों के माता-पिता को बदलापुर पुलिस स्टेशन में 11 घंटे तक इंतजार करना पड़ा, उसके बाद अधिकारियों ने उनकी शिकायत दर्ज की। वहीं मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने स्कूल के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन दिया और कहा कि मामले की जांच तेजी से की जाएगी और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। महाराष्ट्र सरकार ने इस मामले की जांच के लिए सीनियर आईपीएस अधिकारी आरती सिंह की अध्यक्षता में एसआईटी के गठन का आदेश दिया है।