भोपाल। मध्यप्रदेश की बुधनी और विजयपुर विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए हुआ मतदान तो खत्म हो गया है, लेकिन मप्र का सियासी पारा अब भी चढ़ा हुआ है। विजयपुर विधानसभा सीट पर फर्जी वोटिंग और दलित-आदिवासियों के साथ मारपीट और उनके घरों को जलाने का आरोप लगाने वाली कांग्रेस भाजपा पर हमलावर है। पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने गुरुवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर भाजपा पर खूब भड़ास निकाली है। साथ ही 37 पोलिंग स्टेशनों पर रिपोलिंग की मांग की है। वहीं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने दलितों के घरों में आग लगाने का वीडियो जारी कर कहा कि हमले को लेकर पूरे प्रदेश में कांग्रेस 18 नवंबर को प्रदर्शन करेगी।
जीतू पटवारी ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि हमने बुधनी और विजयपुर दोनों उपचुनाव में करीब 100 शिकायतें निर्वाचन आयोग से की। लेकिन निर्वाचन आयोग ने कोई कार्रवाई नहीं की। हमने आशंका जताई थी कि गुंडे, बदमाश और डकैत चुनाव को प्रभावित कर सकते हैं। शिकायत भी की। लेकिन प्रशासन ने सीमाएं सील नहीं की और गुंडों ने आदिवासियों, दलितों को पीटा और गोलियां चलाईं और उनके घरों को आग के हवाले कर दिया।
आदिवासी गांव में प्रशासन ने नहीं बांटी पर्ची
पीसीसी चीफ ने यह भी आरोप लगाया कि सरकारी कर्मचारियों को बीजेपी का एजेंट बनाया गया। हमने श्योपुर कलेक्टर को लेकर शिकायत की थी। पहले ही कहां था कि राजस्थान से गुंडे आएंगे और आये भी। सरकार खुद कह रही थी कि जो करना है करें, सब निपट लेंगे। जीतू पटवारी ने आगे कहा कि आदिवासियों पर हमला हुआ। 37 गांव में आतंक मचाया गया। आदिवासी गांव में प्रशासन ने पर्ची नहीं बांटी। आगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को बुधनी में बूथ पर बैठाया गया। बीजेपी पागल हाथी हो गया है। स्थानीय शासन में बीजेपी के लिए वहां पर काम किया। भाजपा पर फर्जी वोट डालने का भी आरोप लगाया है।
सरकारी कर्मचारियों को बीजेपी का एजेंट बनाया गया
जीतू पटवारी ने कहा कि बाबा साहब की मूर्ति को तोड़ा गया है। दलितों के घरों में आग लगा दी गई। उन्होने मीडियम में नदलितों के घरों में आग लगाने का वीडियो भी जारी किया है। पटवारी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी दलितों पर हमले को लेकर पूरे प्रदेश में प्रदर्शन करेगी। 18 नवंबर को कांग्रेस का राज्यस्तरीय प्रदर्शन होगा। ब्लॉक स्तर पर विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। विजयपुर उपचुनाव के दौरान हुई हिंसा को लेकर पार्टी आंदोलन कर स्थानीय पदाधिकारियों को ज्ञापन सौंपेगी। पटवारी ने कहा कि भाजपा के नए भारत में पीएम मोदी के नेतृत्व में नेताओं की मंडी लगती है। जो वादे किए वो आज तक पूरे नहीं हुए। चुनाव के दौरान कांग्रेस ने 100 शिकायतें की। सरकारी कर्मचारियों को बीजेपी का एजेंट बनाया गया।
इस दौरान पीसीसी चीफ ने यह भी दावा कियाविजयपुर में कांग्रेस पार्टी को 50000 वोटों से जीतने की संभावना थी। अभी भी 25000 से ऊपर जीतेंगे। लेकिन प्रशासन ने कैसे वोटिंग करवाई। वहां पर बूथों पर कब्जा कर लिया। सेक्टर मजिस्ट्रेट को मारा गया। कर्मचारियों का उपयोग करके पुलिस अधिकारी वोट डलवा रहे हैं। मजिस्ट्रेट पर हमला कर रहे हैं और पुलिस मौन बैठी है। निर्वाचन आयोग के रुख की भी हम निंदा करते हैं। निर्वाचन कार्यालय ने बीजेपी को सपोर्ट करने की क्लियर कट पॉलिसी बना रखी थी।