भोपाल। श्रावण मास के दूसरे सोमवार 29 जुलाई को उज्जैन में बाबा महाकाल की सवारी को पुलिस ब्रास बैंड के 350 जवान सुमधुर धुनों की प्रस्तुति देंगे। खास बात यह है कि इसके लिए मप्र की सभी पुलिस इकाइयों में पुलिस के जवानों को 6 माह का प्रशिक्षण भी दिया गया है। बैंड के द्वारा प्रस्तुत मधुर धुनों से सवारी में उत्साह, उमंग और आकर्षण कई गुना बढ़ जायेगा। साथ ही पुलिस बैंड द्वारा क्षिप्रा तट पर पूजन के समय दत्त अखाड़ा घाट पर भी विशेष प्रस्तुति दी जाएगी।
ज्ञात हो कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने पुलिस बैंड की महत्ता पर बल देते हुए हर जिले में पुलिस बैंड की स्थापना और इसके लिए इच्छुक पुलिसकर्मियों को प्रशिक्षण देकर उन्हें बैंड में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित करने के निर्देश दिए थे। उनके निर्देश पर ही प्रदेश की पुलिस इकाइयों में पुलिस जवानों को बैंड वादन सहित वाद्ययंत्रों का प्रशिक्षण दिया गया। अब यही प्रशिक्षित जवान बाबा महाकाल की सवारी में सुधमुर धुनों की बौछार करेंगे।
बता दें कि इस वर्ष भगवान महाकाल की सवारियों में धर्म व संस्कृति का अनूठा समागम देखने को मिल रहा है। 22 जुलाई को निकली पहली सवारी में आदिवासी कलाकारों के दल ने मनोरम प्रस्तुति दी। इसी प्रकार 29 जुलाई को निकलने वाली भगवान महाकाल की दूसरी सवारी में 350 जवानों का पुलिस बैंड प्रस्तुति देगा। 5 अगस्त को निकलने वाली तीसरी सवारी में एक हजार डमरू वादक शिव प्रिय वाद्य यंत्र की प्रस्तुति देंगे। शिप्रा के दत्त अखाड़ा घाट पर भारतीय संस्कृति के पारंपरिक वाद्ययंत्रों की प्रस्तुतियां भी दी जाएंगी।
पुलिस बैंड मप्र पुलिस के गौरवशाली इतिहास का महत्वपूर्ण पहलू
मप्र पुलिस के बैंड की बात करें तो इसका गौरवशाली इतिहास रहा है। मध्यप्रदेश पुलिस बैंड की स्थापना वर्ष 1988 में 7वीं वाहिनी, विशेष सशस्त्र बल, भोपाल में की गई थी। इसके बाद प्रथम वाहिनी इंदौर, 2री वाहिनी विशेष सशस्त्र बल (विसबल) ग्वालियर, 6वीं वाहिनी विसबल जबलपुर और जेएनपीए सागर में पुलिस बैंड की शाखाओं को खोला गया था। वर्तमान में भोपाल, इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर एवं उज्जैन की विसबल इकाइयों में ब्रास बैंड तथा रीवा इकाई में पाइप बैंड स्थापित है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव के निर्देश पर 6 माह के प्रशिक्षण के बाद अब प्रदेश के सभी जिलों में पुलिस बैंड की स्थापना की गई है। इसके साथ ही मुख्यमंत्री डॉ. यादव द्वारा सभी जिलों में स्थापित पुलिस बैंड में विधिवत रूप से भर्तियां किए जाने की भी घोषणा की है।
स्वतंत्रता दिवस के लिए पुलिस बैंड तैयार
प्रत्येक जिले में पुलिस बैंड की स्थापना के लिये प्रथम वाहिनी विसबल, इंदौर, 6 वीं वाहिनी विसबल जबलपुर एवं 7वीं वाहिनी विसबल भोपाल के 321 जवानों को प्रशिक्षण दिया गया तथा 19 कर्मचारियों को एसटीसी बैंगलुरू भेजा गया था। इस प्रकार कुल 340 कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण उपरांत मध्यप्रदेश में आगामी 15 अगस्त 2024 के राष्ट्रीय पर्व के लिए समस्त जिलों में पुलिस बैण्ड दल स्थापित किया गया।