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दुखद: सीएम मोहन के पिता पूनमचंद यादव का निधन, बीते एक हफ्ते से चल रहे थे बीमार, BJP नेताओं ने जताया दुख

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उज्जैन। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव के पिता श्री पूनमचंद यादव मंगलवार की शाम निधन हो गया है। उन्होंने उज्जैन के निजी अस्पताल में शाम करीब 8 बजे अंतिम सांस ली। बताया जा रहा है कि पूनमचंद यादव करीब 100 साल के थे। वह बीते एक सप्ताल से बीमार चल रहे थे। पिछले एक सप्ताह से उनका स्वास्थ्य खराब चल रहा था, जिसके बाद से ही उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। उनके निधन की खबर सुनते ही सीएम ने अपना सारा कार्यक्रम रद्द कर दिया है और उज्जैन के लिए रवाना हो गए हैं। वहीं चारों ओर शोक की लहर छा गई है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा, केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान सहित तमात नेताओं ने इस पर दुख जताया है और भावभीनी श्रद्धांजलि दी है।

बताया जाता है कि पूनमचंद यादव पिछले एक सप्ताह से अस्वस्थ थे और उनका फ्रीगंज स्थित अस्पताल में इलाज चल रहा था। उनकी अस्वस्थता को देखते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री और उनके बेटे डॉक्टर मोहन यादव भी उनसे मिलने अस्पताल पहुंचे थे। यही नहीं सोमवार को शाही सवारी में शामिल होने आए केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और महाआर्यमन भी उनसे मिलने अस्पताल पहुंचे थे, जहां उन्होंने बाबूजी की कुशलक्षेम पूछी थी।

वीडी और हितानंद ने जताया दुख
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने एक्स पर लिखा- मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव जी के पूज्य पिताजी पूनमचंद यादव जी के निधन का समाचार अत्यंत दु:खद है। पिता का साया सर से उठना एक पुत्र पर उसके जीवन का सबसे बड़ा वज्रपात होता है। इस खालीपन को कभी भरा नहीं जा सकता। वहीं प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा ने पर लिखा- मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव जी के 95 वर्षीय पूज्य पिताजी पूनम चंद जी यादव निधन का समाचार अत्यंत दु:खद एवं पीड़ादायक हैं। बाबा महाकाल से प्रार्थना है कि दिवंगत पुण्यात्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दे एवं शोकाकुल परिजनों को दु:ख की इस घड़ी में सम्बल प्रदान करें। ॐ शांति:!

सिर से पिता का साया उठ जाना जीवन की अपूर्णीय क्षति: शिवराज
शिवराज सिंह चौहान ने एक्स पर लिखा- मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव जी के पूज्य पिताजी पूनम चंद जी यादव के निधन का समाचार अत्यंत दु:खद है। सिर से पिता का साया उठ जाना जीवन की अपूरणीय क्षति है। दु:ख की इस विकट घड़ी में मेरी संवदेनाएं शोकाकुल परिजनों के साथ हैं। पूज्य पिताजी भले ही भौतिक रूप से साथ नहीं हैं, किंतु उनके आशीर्वाद की छांव सदैव आपके साथ है। बाबा महाकाल दिवंगत पुण्यात्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दें। ॐ शांति!

पिता जीवन में एक वट वृक्ष की तरह होता है: शुक्ल
उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ला ने एक्स पर लिखा- मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव जी के पूज्य पिताजी पूनम चंद यादव जी के निधन का समाचार अत्यंत दु:खद है। पिता जीवन में एक वट वृक्ष की तरह होता है जिसकी छाया सदैव उसकी संततियों को संबल प्रदान करती है। मैं पुण्यात्मा को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं एवं परम पिता परमेश्वर से प्रार्थना करता हूं कि दिवंगत आत्मा को मोक्ष गति प्रदान करें. कष्ट की इस घड़ी में सभी परिजनों को संबल मिले ।। ॐ शांति।

पितृ शोक जीवन की अपूरणीय क्षति : विजयवर्गीय
मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने ट्वीट कर लिखा- पितृ शोक जीवन की अपूरणीय क्षति होती है। पिता की कमी कोई पूरी नहीं कर सकता। आज मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव जी के पूजनीय पिताजी आदरणीय पूनमचंद यादव जी के देवलोकगमन के समाचार से मन व्यथित है। वे अद्भुत व्यक्तित्व के धनी थे। उनके सेवाभावी एवं जनकल्याण के कार्य सदैव हमारी स्मृतियों में रहेंगे, हमें प्रेरणा देते रहेंगे। बाबू जी के चरणों में शत-शत नमन। ईश्वर से दिवंगत पुण्यात्मा को बैकुण्ठ धाम में स्थान देने एवं दु:ख की इस घड़ी में परिवार को संबल प्रदान करने की प्रार्थना करता हूं। ॐ शांति

केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने एक्स पर लिखा- मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव जी के पिता पूनम चंद यादव जी के निधन का दु:खद समाचार प्राप्त हुआ। एक दिन पूर्व ही मुझे उनसे मिलने और उनका आशीर्वाद प्राप्त करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ था। ईश्वर से दिवंगत पुण्य आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान और मुख्यमंत्री जी एवं उनके परिजनों को यह गहन दु:ख सहन करने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना करता हूं। ॐ शांति।

संघर्षमय रहा श्री यादव का जीवन
पूनमचंद यादव जी के जीवन के बारे में बताया जाता है कि वह शुरूआत से ही संघर्षशील रहे। खेती के साथ ही उन्होंने कई व्यवसाय भी लिए और संघर्ष से जीवन जीते हुए बेटे नंदलाल यादव, नारायण यादव, डॉक्टर मोहन यादव और बेटी कलावती यादव के साथ ही शांति देवी को भी पढ़ाया लिखाया। शुरूआती दिनों में पूनमचंद यादव रतलाम से उज्जैन आए थे। यहां आकर उन्होंने सबसे पहले हीरा मिल में नौकरी की। जिसके बाद उज्जैन शहर के मालीपुरा में भजिए और फ्रीगंज में दाल-बाफले की दुकान लगाई। अपने जीवन में कठिन संघर्ष कर अपने बच्चों को पढ़ाया-लिखाया।

सीधे आवास पर पहुंचेंगे मुख्यमंत्री
बताया जाता है कि पिता के निधन की खबर मिलते ही मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव भोपाल से उज्जैन के लिए रवाना हो गए हैं। वह रात को सीधे अब्दलपुरा स्थित अपने आवास पर पहुंचेंगे, जहां उनके पिता का पार्थिव देह रखा गया है।

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