17.3 C
Bhopal

दस हाथियों की मौत पर बड़ा एक्शन: सीएम ने दो जिम्मेदारों पर गिराई गाज, एक ने खबर सुन बंद कर लिया मोबाईल

प्रमुख खबरे

भोपाल। उमरिया के बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में 10 हाथियों की मौत के मामले में मुख्यमंत्री मोहन यादव बड़ा एक्शन लिया है। उन्होंने दो अधिकारियों को निलंबित कर दिया है। दरअसल सीएम यादव ने रविवार को सीएम ने मुख्यमंत्री निवास पर वन विभाग की रिव्यू बैठक ली। बैठक के बाद 2 अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया गया है। सीएम ने बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के फील्ड डायरेक्टर गौरव चौधरी और पनपथा के उप वनमंडल अधिकारी सहायक वन संरक्षक फतेसिंह निनामा को निलंबित करने का आदेश दिया है। बताया जा रहा है कि 10 हाथियों के मौत की खबर सुन फील्ड डायरेक्टर ने कर लिया था फोन स्विच आॅफ कर लिया था।

मध्य प्रदेश के बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में 10 हाथियों की मौत के मामले में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने गठित जांच टीम से जानकारी ली। जहां बैठक में अधिकारियों ने पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी। मुख्यमंत्री ने बैठक में वन विभाग को मध्य प्रदेश में एलिफेंट टॉस्क फोर्स गठित करने के निर्देश दिए। जांच टीम ने सीएम को बताया कि गौरव चौधरी घटना के पहले छुट्टी पर चले गए थे। इस मामले में जब टाइगर रिजर्व के अधिकारियों ने उनको जानकारी दी तो वे छुट्टी से वापस नहीं लौटे और अपना मोबाइल बंद कर दिया। वहीं पनपथा के उप वनमंडल अधिकारी सहायक वन संरक्षक फतेसिंह निनामा पर हाथियों की मौत के समय जांच में समय पर सक्षम नेतृत्व प्रदान नहीं करने तथा अधिकाशं कार्यवाही अधिनस्थों पर छोड़ने के चलते कार्रवाई की गई। जांच टीम द्वारा यह जानकारी दिए जाने के बाद सीएम ने दोनों अधिकारियों को निलंबित करने के निर्देश दिए गए।

हाथियों के पेट में नहीं पाया गया कोई कीटनाशक
बता दें कि मुख्यमंत्री ने एक नवंबर को 72 घंटे में 10 हाथियों की मौत के मामले की जांच के लिए वन राज्यमंत्री, वन विभाग के प्रमुख सचिव, वन बल प्रमुख की तीन सदस्यीय टीम गठित की थी। टीम ने शनिवार और रविवार को जांच के बाद भोपाल लौट कर सीएम डॉ. यादव को जानकारी दी। उनकी रिपोर्ट में हाथियों की मौत के मामले में किसी मानवीय साजिश का कोई एंगल नहीं मिला है। प्रारंभिक जांच रिपोर्ट में भी हाथियों के पेट में कोई कीटनाशक नहीं पाया गया है।

कोदो की जांच के लिए लैब भेजा सैंपल
वन विभाग ने हाथियों के पेट में बड़ी मात्रा में कोदो मिला है। इसका सैंपल जांच के लिए लैब भेजा है। अभी उसकी रिपोर्ट आना बाकी है। वन विभाग के अधिकारियों के अनुसार किसी किसी कोदो में फंगस आ जाता है, जो खाने के बाद टॉक्सिन यानी जहर बनाता है। इससे चक्कर आने के साथ ही उलटी होती है। ऐसे में हाथियों की मौत कोदो में फंगस के कारण जहरीले बनने से होने की आशंका जताई जा रही है।

- Advertisement -spot_img

More articles

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

- Advertisement -spot_img

ताज़ा खबरे